जागता झारखंड: बिनोद कुमार चतरा जिला ब्यूरो
पत्थलगड़ा/चतरा : पत्थलगड़ा थाना क्षेत्र के सिंघानी गांव में एक उलझा हुआ मामला सामने आया है, जिसे थाना प्रभारी आलोक रंजन चौधरी ने अपनी तत्परता से निर्दोष युवक को रिहा करते हुए दोषी युवक को दबोच जेल भेजने का काम किया है। बता दें कि थाना क्षेत्र के दो व्यक्तियों में हुई आपसी विवाद का बदला लेने के ख्याल से बीते गुरुवार की देर रात अवैध अफीम रख कर फसाने और जेल भेजवाने के साजिशकर्ता का चेहरा को पूरी तरह बेनकाब करते हुए पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
पत्थलगड़ा थाना प्रभारी आलोक रंजन चौधरी ने बताया कि पुलिस अधीक्षक चतरा को एक गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि पत्थलगड़ा थाना अंतर्गत ग्राम सिंघानी स्थित मिलन चौक के पास एक मोटरसाइकिल के डिक्की में अवैध अफीम रखा हुआ है। उक्त सूचना का सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई हेतु सिमरिया अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रदीप प्रणव के नेतृत्व में एक छापामारी दल का गठन किया गया। छापामारी दल ने उक्त स्थान पर जाकर विधिवत छापामारी किया तो पाया की मोटरसाइकिल संख्या- जेएच02-एएक्स-6164 के डिक्की में करीब 490 ग्राम अवैध अफीम रखा हुआ है। वहीं पूछताछ करने पर ज्ञात हुआ कि उक्त मोटरसाइकिल के धारक बसंत कुमार दांगी उम्र 24 वर्ष, पिता विशेश्वर दांगी, ग्राम सिंघानी, थाना पत्थलगड़ा, जिला चतरा है। जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। जिसके बाद गठित दल ने पूछताछ करते हुए गहराई से जांच किया तो जांचोंप्रांत पता चला कि 18 नवंबर 2024 को बसंत कुमार का पूर्व में किसी कारणवश आपसी विवाद विकास कुमार दांगी उम्र करीब 27 वर्ष, पिता हुलास दांगी, ग्राम सिंघानी, थाना पत्थलगड़ा, जिला चतरा के साथ हुआ था। जिसका समझौता सिंघानी पंचायत मुखिया राधिका देवी एवं बरवाडीह मुखिया संदीप सुमन उर्फ महेश दांगी के द्वारा किया गया। इसके पश्चात ही विकास कुमार दांगी ने ईर्ष्या एवं द्वेष की भावना रखते हुए बीते गुरुवार की देर रात बसंत कुमार के मोटरसाइकिल के डिक्की में अवैध अफीम रख कर पुलिस को सूचना दे दिया था। पुलिस के द्वारा कड़ाई से पूछताछ करने पर विकास कुमार ने स्वयं इस घटना को अंजाम देने की बात को स्वीकार किया। जिसके बाद उसे गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया गया है। जब्त किये गए सामानों में एक काले प्लास्टिक सहित अवैध अफीम जिसका वजन 490 ग्राम, एक काले रंग का सुपर स्प्लेंडर जिसका संख्या- जेएच02-एएक्स-6164 और एक वीवो कंपनी का मोबाइल फोन है। छापामारी दल में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सिमरिया प्रदीप प्रणव के अलावा थाना प्रभारी पत्थलगड़ा आलोक रंजन चौधरी एवं थाना सशस्त्र बल के जवान शामिल थें।
*ग्रामीणों में थाना प्रभारी के प्रति उत्साह*
पत्थलगड़ा थाना प्रभारी की यह तत्परता से एक निर्दोष युवक जेल जाते-जाते बच गया और वहीं दोषी युवक जेल चला गया। जिसके बाद ग्रामीणों में एक अलग ही उत्साह देखने को मिला। ग्रामीणों ने पुलिस के द्वारा की गई उचित कार्रवाई से काफी खुश नजर आ रहे हैं। लोगों ने थाना प्रभारी आलोक रंजन चौधरी के द्वारा एक निर्दोष को रिहा करने और दोषी को सजा दिलाने को लेकर उठाई गई कदम को सराहा है।