जागता झारखंड ब्यूरो चीफ मनोज कुमार दिल्ली : दिनांक 22.4.2025 को शिकायतकर्ता आशीष भारद्वाज निवासी करावल नगर दिल्ली ने थाना साइबर उत्तर पूर्वी जिले में 32.3 लाख रुपए की ठगी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्हें व्हाट्सएप के जरिए एक नकली स्टॉक ट्रेडिंग योजना में फसाया गया है जालसाज विशाल शर्मा और उषा रानी नामक व्यक्तियों ने फर्जी वित्तीय विशेषज्ञ बनकर फर्जी प्लेटफार्म पर भारतीय और अमेरिकी शेयरों और आईपीओ में भारी लाभ का लालच देकर निवेश कराया शुरुआती लाभ के बाद पीड़ित को ज्यादा निवेश के लिए मजबूर किया और फिर खाते पर झूठी पेनल्टी लगाकर उसे सीज कर दिया मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना साइबर उत्तर पूर्वी जिले में बीएनएस की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की गई जांच के दौरान एसीपी मंगेश गेडाम के निर्देश अनुसार इंस्पेक्टर राहुल कुमार एस एच ओ साइबर पुलिस थाना ज्योति नगर के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई टीम में सब इंस्पेक्टर नंदन सिंह ए एस आई राजदीप हेड कांस्टेबल अमित चौधरी हेड कांस्टेबल रोहन हेड कांस्टेबल विपिन कास्टेबल सौरभ शामिल थे टीम ने तुरंत कार्यवाही करते हुए आरोपी के बैंक खातों व सी डी आर की जानकारी खंगालनी शुरू की इसके बाद तकनीकी टीम की मदद से आरोपियों के ठिकाने का पता लगाते हुए दिल्ली व ,यूपी के अलीगढ़, बस्ती, कानपुर और उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में छापेमारी करके पांचो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया जांच में पता चला कि आरोपी चीनी व कंबोडियाई रैकेट संचालकों के इशारे पर साइबर वारदातों को अंजाम देते थे गिरफ्तारी के साथ आरोपियों के कब्जे से दो मोबाइल फोन बैंक रिकॉर्ड और डिजिटल सबूत जप्त किए गए पकड़े गए आरोपियों से लगभग 5 करोड़ की मनी ट्रेल का खुलासा किया गया पकड़े गए अभियुक्त में तीन अभियुक्त पेशेवर मास्टरमाइंड है अविनाश उम्र 34 वर्ष दूसरा गिरीश पांडे उम्र 31 वर्ष तीसरा मक्खन उर्फ अंकुर उम्र 32 वर्ष पहले भी आपराधिक मामले में जेल जा चुके हैं और कुछ समय पहले ही अपनी टीम के साथ सक्रिय हुए थे सूरज चौधरी उम्र 26 वर्ष पुत्र दलबीर सिंह निवासी अलीगढ़ के क्वार्सी गांव का रहने वाला है ने अपना अकाउंट जो की आईडीएफसी बैंक में एक विक्की बोरा नामक व्यक्ति को इस्तेमाल करने के लिए 10% की कमीशन पर दिया था यह अकाउंट मनी लांड्रिंग में इस्तेमाल किया जा रहा था और विक्की नामक व्यक्ति के मार्गदर्शन में आईडीएफसी बैंक में फर्जी कंपनियों के खाते खोले गए थे 2 विक्की बोरा उम्र 27 वर्ष पुत्र कृष्ण सिंह बोरा निवासी प्रयागराज के साथ एक चीनी संचालक जो नियो से जुड़ा मास्टरमाइंड है कंबोडिया नेटवर्क से टेलीग्राम पर लोगों को एसएमएस भेजने में सक्रिय था 3 गिरीश पांडे उम्र 31 वर्ष पुत्र ओम शंकर पांडे निवासी कानपुर बीकॉम एथिकल हैकिंग आईआईटी रुड़की से पास था फेक कंपनियां के जरिए धन अर्जित किया करता था 4 अविनाश कुमार उम्र 34 वर्ष पुत्र छत्रपाल निवासी कानपुर बीएससी फिजिक्स सिम कार्ड साझा करने रिमोट एक्सेस और 9 लाख के लेने देने में संलिप्त पाया गया 5 मक्खन उर्फ अंकुर उम्र 32 वर्ष पुत्र रतिराम निवासी बस्ती में सेल खातों को कम्बोडियन के साथ मिलकर हैंडल करता था सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई टीम द्वारा इकट्ठे किए गए साक्ष्य के आधार पर गिरफ्तार किए गए पांचो आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए अपनी कार्य प्रणाली बताई आरोपियों द्वारा पीड़ितों को फर्जी सलाहकारों वाले ग्रुप में जोड़ दिया जाता था और पीड़ित द्वारा दिए गए पैसों को गबन कर नकली कंपनियों के माध्यम से इकट्ठा कर को ऑपरेटिव बैंक को ऑफलाइन आरटीजीएस और क्रिप्टो करंसी यु एस डी टी के जरिए कंबोडिया भेजा जाना शामिल था जैसे ही किसी पीड़ित को शक होता और वह अपने पैसों की डिमांड करता तो पीड़ित के ऊपर अतिरिक्त पेनल्टी की बात कर पीड़ित के खाते को सीज कर दिया जाता था
