उर्दू सहित सभी क्षेत्रीय भाषाओं की पाठ्य – पुस्तकें मुहैया कराई जाय : अमीन ।                                               
रिक्त 3712 सहायक शिक्षक (उर्दू) के पदों पर शीघ्र हो नियुक्ति : उर्दू शिक्षक संघ ।

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जागता झारखंड ब्यूरो चीफ गुमला

झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ के केंद्रीय महासचिव अमीन अहमद एवं केंद्रीय प्रवक्ता शहजाद अनवर ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि श्री रामदास सोरेन को हेमंत सरकार 2.O में स्कूली शिक्षा एव साक्षरता विभाग का मंत्री बनाया जाना निश्चित रूप से एक बेहतर कदम साबित होगा। माननीय मंत्री श्री रामदास सोरेन के हालिया दिये गये साक्षात्कार में विभिन्न मुद्दों पर त्वरित रूप से संज्ञान में लेते हुए ठोस पहल किये जाने का संघ द्वारा स्वागत किया गया है।
संघ के केंद्रीय महासचिव अमीन अहमद ने कहा कि अविभाजित बिहार से 4401 योजना मद में प्राप्त सहायक शिक्षक (उर्दू) के पदों पर झारखंड सरकार द्वारा 2014 – 2015 में मात्र 689 पदों पर उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति अब तक हो सकी है, जबकि झारखंड सरकार के विभागीय संकल्प संख्या 259, दिनांक 24/02/2023 द्वारा सभी 4401 योजना मद के सहायक शिक्षक के पदों को गैर योजना मद में स्थानांतरित किया जा चुका है। इस तरह शेष 3712 गैर योजना मद में सहायक शिक्षक (उर्दू) के पदों पर अब तक नियुक्ति नहीं हो सकी है। इस दिशा में माननीय मंत्री श्री रामदास सोरेन से उम्मीद करते हुए संघ द्वारा रिक्त 3712 सहायक शिक्षक (उर्दू) के पदों पर शीघ्र नियुक्ति करने की मांग की गई है।
इसके साथ ही उर्दू सहित सभी क्षेत्रीय भाषाओं यथा नागपुरी, संथाली, हो, खड़िया, ओड़िया, बांग्ला आदि के पढ़ाई सुनिश्चित करने हेतु सभी भाषाओं की पाठ्य – पुस्तकें यथा शीघ्र मुहैया कराने की मांग की गई है। विदित हो कि राज्य गठन के पश्चात भी 2010 तक सभी विषयों की पुस्तकें उर्दू (फारसी) लिपि में मिलते रहे हैं। राज्य के प्रारंभिक विद्यालयों में क्षेत्रीय भाषा अथवा अपनी मातृभाषा मे पढ़ाई की व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने की पहल से आर टी ई 2009 का अनुपालन करने की दिशा में ठोस कदम साबित होगा क्योंकि इससे प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों को उनकी मातृभाषा में पढ़ाई सुनिश्चित हो सकेगा। इस संबंध में संघ लगातार सरकार से मांग करते आ रही है।
पूर्ववर्ती रघुवर सरकार के कार्यकाल में लगभग पांच सौ बंद किये गए विद्यालयों को माननीय मंत्री श्री रामदास सोरेन द्वारा पुन: खोले जाने का निर्णय लेना निश्चित रूप से छात्र हित में एक बेहतर कदम साबित होगा क्योंकि इससे बच्चों को उनके आवास के निकट ही पठन पाठन की सुविधा मिलेगी तथा शत प्रतिशत बच्चे विधालय से जुड़े रहेंगे।
झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ के केंद्रीय महासचिव अमीन अहमद एवं प्रवक्ता शहजाद अनवर ने जानकारी देते हुए बताया कि उक्त मामलों के संबंध में जल्द संघ का एक शिष्टमंडल माननीय शिक्षा मंत्री श्री रामदास सोरेन से मिलकर शिक्षा एवं शिक्षक हित में ठोस कदम उठाये जाने एवं तमाम लंबित मामलों के निष्पादन के लिए अपनी मांगों को रखेंगे।

Touphik Alam
Author: Touphik Alam

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