जागता झारखंड ब्यूरो चीफ गुमला
गुमला जिला महासचिव फिरोज आलम ने कहा कि यह भाजपा के पक्ष में मनोवैज्ञानिक माहौल बनाने की साज़िश है ताकि मतगणना में हेराफेरी की ओर ध्यान नहीं जाए।
इंडिया गठबंधन के पक्ष में दो संकेत बिल्कुल साफ हैं। पहला संकेत है सभी आदिवासी सीटों पर हुई बंपर वोटिंग आप क्या समझे कि झारखंड के आदिवासियों में रातों रात भाजपा के प्रति प्रेम उमड़ आया ? जी नहीं, यह भाजपा के खिलाफ गुस्से की अभिव्यक्ति है।
दूसरा संकेत तो और भी अधिक स्पष्ट है। झारखंड में पहली बार ऐसा हुआ है कि वोट डालने में महिलाओं ने पुरुषों को पछाड़ दिया।यह हेमंत सरकार की मंईयां सम्मान योजना और कल्पना सोरेन के रूप में एक प्रभावशाली तथा ओजस्वी आदिवासी महिला नेतृत्व के उभार का कमाल है।
निश्चिंत रहिए। 23 नवंबर का इंतजार किजिए। झारखंड की अबुवा सरकार वापस आ रही है। साथ ही भाजपा की साजिशों पर भी कड़ी नजर रखिए।