जागता झारखंड दुमका ब्यूरो
दुमका जिला में राजनीतिक माहौल तो बहुत अच्छा है लेकिन कल विधानसभा आम चुनाव का अंतिम दिन जो गिनती होगा और सिर पर ताज का दिन है , राजनीतिक पार्टियों में उल्लास देखा जा रहा है हर एक पर्टियो अपने अपने दावे करते नजर आ रहे हैं लेकिन कल ईवीएम मशीन खोलने के बाद ही पता चल पाएगा कि किसकी सिर पर ताज होगा,एक तरफ भविष्य किसी किसी का बन रहा है तो दूसरी तरफ गांव के ग्रामीण जानता का भविष्य मजबूर होकर पलायन करने को मजबूर हो गये है ,रोजी रोटी के लिए पलायन कर रहे वर्धमान की ओर गूंज कर रहे हैं सैकड़ों के तादाद में ग्रामीण लोग दुमका बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर दिखाई दे रहे हैं ,पुछने पर बताते हैं क्या करेंगे पेट के लिए तो काम करना होगा हमारे पेट के लिए सरकार तो नहीं ना करेंगे अपने से ही कमाना पड़ेगा बहुत ही दिलचस्प बातें सुनने को मिल रहा है ,लेकिन क्या करे यहां किसी का भविष्य बना कर देने वाले ही पलायन कर रहे हैं क्या इसी के लिए ही जानता वोट करती है सवाल तो बनता आखिर इस राजनीतिक गलियारों में पिसते हुए उन गरीब परिवार ही गुजरते है जो भोले भाले लोगो को ही पिसना पड़ता है, आखिर कब तक पलायन करने को मजबूर रहेंगे गांव की जनता इस ठंड छोटे छोटे बच्चे को गोद में लिए इस सफर में क्या नहीं करना पड़ रहा है आखिर इन गरीब जनता को राजनीति या सरकारी मौलाजिम इन गरीबो के आशा को पूरा करेंगे,ईवीएम में बंद बक्शा से कल किसके सिर पर ताज पहनेंगे या किनकी सरकार बनती है और कौन गरीब की हित में काम करती है वह तो देखने वाले बात है।