सुधांशु शेखर जागता झारखंड देवघर
देवघर: अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में गायत्री शक्तिपीठ डाबरग्राम के साधना कक्ष में 24 नवंबर सर्वार्थसिद्धियोग, ब्रह्ममुहुर्त 3.30 बजे 24 लाख अखंड गायत्री महामंत्र जप का शुभारंभ गायत्री तीर्थ हरिद्वार के परमपूज्य आचार्य सच्चिदानन्द जी महाराज के सानिध्य में 24 जोड़े साधक द्वारा 24 कलश पूजन से किया गया। वैदिक विधि विधान से शक्तिकलश,चरण पादुका, गुरु गायत्री एवं सर्वदेव का पूजन वैदिक मंत्रों से संपन्न हुआ जो 25 नवम्बर प्रातः 6 बजे लक्ष्य प्राप्ति के साथ समाप्त हुआ। तत्पश्चात मंत्र जप के दशांश 24 हजार गायत्री महामंत्र से शक्तिपीठ में निर्मित यज्ञ वेदी में आहूतियां समर्पित की गई।मंत्र जप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, पतंजलि योग पीठ के सदस्यों ने भी भाग लिया। आयोजन की जानकारी देते हुए जिला उपसमन्वयक उमाकान्त राय ने बताया कि इस साधनात्मक व आध्यात्मिक अनुष्ठान के महात्म्य को आत्मसात कराते हुए आचार्य जी ने कहा कि यह प्रचंड मंत्र जप तप,यज्ञ हवन विश्व संकट को दूर करेगी।यह साधनात्मक महाअनुष्ठान ही नहीं वरन एक आध्यात्मिक अभियान भी है जो मानव में देवत्व का उदय तथा धरती पर स्वर्ग का अवतरण के साथ सनातन संस्कृति की स्थापना भी करेगी। इस आध्यात्मिक अक्षय उर्जा से भारत पुनः विश्वगुरु की ओर अग्रसर होगी। देवघर दुमका गोड्डा जामताड़ा जिला के साथ अन्य प्रांतों से लगभग 600 छह सौ साधकों ने 24 पालियों में 24 लाख गायत्री महामंत्र जप के लक्ष्य को पुरा किया। सभी साधकों ने धरती माता की गोद में बैठ कर अमृतासन महाप्रसाद ग्रहण कर आत्मतृप्त हुआ।यहाअनुष्ठान को सफल बनाने में उपजोन प्रभारी बुधन प्रसाद वर्मा, जिला समन्वयक बरूण कुमार, मुख्य ट्रस्टी महेंद्र प्रसाद यादव, निशा देवी, निशा कुमारी, रत्ना सिन्हा, कांति देवी, शोभा बरनवाल, अनुपमा देवी, रामप्रसाद यादव,संगीता देवी आदि सक्रिय रहे।