जागता झारखंड संवाददाता बजरंग कुमार महतो घाघरा गुमला : घाघरा में प्रकृति का पावन पर्व सरहुल मंगलवार को धूमधाम से मनाया गया । इस अवसर पर पहान पूजार के द्वारा धरती माता की विधिवत पूजा अर्चना कर पूरे प्रखंड क्षेत्र की अमन चैन तथा शांति एवं खुशहाली के लिए के लिए प्रार्थना की गई । इसके उपरांत एक भव्य शोभा यात्रा नेतरहाट रोड स्थित झखरा कुंबा से निकली गई जिसमें हजारों की संख्या में सरना धर्मावलंबी एवं घाघरा के स्थानीय लोग शामिल हुए । इस शोभा यात्रा में उपस्थित हजारों की संख्या में महिला पुरुष पारंपरिक वेशभूषा धारण किये ढोल नगाड़ों की थाप में झूमते हुए नजर आए । इस शोभा यात्रा का स्वागत विभिन्न सामाजिक संगठनों के द्वारा चना गुड़ व शरबत खिलाकर – पिलाकर किया गया ।यह शोभा यात्रा शहर के विभिन्न मार्गो से गुजरते हुए शिकवार रोड स्थित करम डीपा मैदान पहुंचने के बाद सभा में तब्दील हो गई ।इस अवसर पर मुख्य रूप से उपस्थित सरहुल संचालन समिति के सचिव रवि पहान ने कहा कि सरहुल प्रकृति का पावन पर्व है यह प्रकृति एवं समाज के बीच एक जुड़ाव को दर्शाता है जहां एक ओर प्रकृति हमें शुद्ध हवा पानी व बहुमूल्य खनिज संपदा प्रदान करती है वहीं हम इस पर्व के माध्यम से प्रकृति की रक्षा करने का प्रण लेते हैं जो कि मनुष्य और प्रकृति के बीच का एक असीम स्नेह को दर्शाता है ।उन्होंने कहा जल जंगल और जमीन की सुरक्षा करना हमारा परम कर्तव्य है, यह कार्य हमारे पूर्वज कालांतर से करते आ रहे हैं और हम भी इसे सुचारु रूप प्रदान करते हुए इसमें अपनी भागीदारी निभाई है ।इस अवसर पर मुख्य रूप से सीआरपीएफ के डीआईजी रविंद्र भगत, शिक्षक महेंद्र भगत, शिवकुमार भगत(टुनटुन), अनिरुद्ध चौबे, मनोज सिन्हा, मनोज साहू, रवि पहान, कौशल किशोर सिंह, अशोक उरांव, सतवंती देवी, संजीव उरांव, कामाख्या भगत, सहित हजारों की संख्या में महिला पुरुष व बच्चे उपस्थित थे



