जागता झारखंड संवाददाता विक्की कुमार चैनपुर/गुमला चैनपुर:चैनपुर प्रखंड क्षेत्र के रामपुर पंचायत अंतर्गत सदान बुकमा गांव में एक हाथी ने रात में एक किसान के घर को क्षति पहुँचाई। घटना सोमवार रात 9 बजे के आसपास हुई, जब विजय आनंद भगत और जगदीश भगत अपने परिवार के साथ खाना बना कर घर में थे। अचानक, श्रीनगर की ओर से आए हाथी ने एक केला का पेड़ उखाड़ा और घर की ओर बढ़ने लगा। यह देख कर सभी परिवार के सदस्य घबराकर बाहर भाग गए, जिससे उनकी जान बच गई। जगदीश भगत ने बताया, “हम सभी खाना खा रहे थे जब अचानक यह घटना हुई। हाथी हमारे घर के पास आ रहा था, इसलिए हमें तुरंत भागना पड़ा।” वहीं, विजय भगत के घर वालो ने कहा, “हाथी ने घर में रखे अनाज को भी चट कर दिया।”ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने इस समस्या से निपटने के लिए वन विभाग से दूरभाष पर संपर्क किया, लेकिन वन कर्मियों ने बताया कि वे दूसरी ओर पेट्रोलिंग पर हैं। इससे ग्रामीणों के बीच निराशा और डर का माहौल बना हुआ है। उनका कहना है कि हाथी के आगमन से उन्हें हमेशा खतरा रहता है, जिससे उनकी जान को खतरा होता है।ग्रामीणों की चिंता जताते हुए कहा गया कि कई वर्षों पहले गांव को हाथी भगाने के लिए एक फटका (हाथी भगाने का यंत्र) मिला था, जो अब खराब पड़ा है। उन्होंने मांग की है कि वन विभाग को सुरक्षा के लिए और ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि उन्हें डर के साये में रात बिताने के लिए मजबूर न होना पड़े।ग्रामीण दिनों और रातों को जागने के लिए मजबूर हैं, क्योंकि उन्हें हर मिनट डर सताता है कि कहीं हाथी फिर से उनके घरों में न घुस जाए। इस पर गांव के लोगों ने सरकार से अपील की है कि वे उनकी सुरक्षा पर ध्यान दें और स्थायी समाधान प्रदान करें ताकि इस खतरे से उन्हें निजात मिल सके।इस स्थिति से चिंतित ग्रामीणों ने उम्मीद जताई है कि वन विभाग इस मुद्दे को गंभीरता से लेगा और गांव की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाएगा।


