जागता झारखंड संवाददाता विक्की कुमार चैनपुर/गुमला चैनपुर: चैनपुर प्रखंड में लोक आस्था का महापर्व चैती छठ की धूमधाम से तैयारी की गई, जिसका समापन शुक्रवार को उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ अर्पित कर हुआ। चार दिवसीय इस महापर्व के अवसर पर व्रतियों ने कठिन उपवेशन और श्रद्धा के साथ भगवान भास्कर एवं छठी मैया की पूजा-अर्चना की।गुरुवार को, तीसरे दिन, छठ व्रतियों ने अस्तालगामी भगवान भास्कर (डूबते सूर्य) को पहला अर्घ देकर की शुरुआत की। शुक्रवार की सुबह, भक्तों ने साफी नदी के घाट पर एकत्रित होकर सूर्य देव को अर्घ देते हुए उनकी कृपा प्राप्त करने की प्रार्थना की।छठ व्रती रोहल्या देवी का कहना है कि चैनपुर में छठ पर्व का विशेष महत्व है। उन्होंने बताया, “यह पर्व हमारे जीवन में खुशी और समृद्धि लाता है। पूरी निष्ठा के साथ भगवान भास्कर एवं छठी मैया की पूजा की जाती है और मान्यता है कि जो भी मनोकामना की जाती है, वो पूरी होती है।”इस पर्व के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चैनपुर थाना प्रभारी कुंदन चौधरी, एएसआई धर्मपाल और संतोष लुगुन ने घाटों का दौरा कर गश्त की। उन्होंने व्रतियों की सभी आवश्यकता का ध्यान रखते हुए सुनिश्चित किया कि सभी भक्त सुरक्षित और शांति से इस महापर्व का आनंद लें।चैनपुर प्रखंड के लोग इस पर्व के दौरान एकत्रित होकर पारिवारिक और सामुदायिक रूप से मिलकर छठ का आनंद लेते हैं, जो एकता और भाईचारे का प्रतीक है। यह पर्व केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि सामजिक समरसता का भी महत्वपूर्ण हिस्सा है।पारंपरिक गीतों के साथ साफी नदी के घाट पर छठीयों की पूजा का दृश्य भावुक कर देने वाला था, जहाँ महिलाएँ सजी-धजी हुई अपने परिवार और समाज के सदस्यों के साथ इस पर्व का आनंद ले रही थीं। इस प्रकार, चैनपुर प्रखंड में छठ पर्व ने इस वर्ष भी अपने अनूठे सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व के साथ अपने भक्तों के दिलों में एक विशेष स्थान बना लिया।
