जागता झारखंड ब्यूरो चीफ गुमला
मौके पर जिला अध्यक्ष चैतु उरॉव ने कहा कि भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक महात्मा गांधी के बलिदान और देश को आजादी कराने में उनके बेहद महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें राष्ट्रपिता का ओहदा दिया गया है। गांधी जी ने न सिर्फ देश के लिए आजादी की लड़ाई लड़ी, बल्कि समाज सुधार के कार्य भी किए। आजादी में उनके संघर्ष को याद कर रहा है।मैं भी गांधी जी को नमन करता हूं और उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं।महात्मा गांधी की ताकत सत्य और अहिंसा के सिद्धांत थे। सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलकर उन्होंने आजादी की लड़ाई में कई आंदोलन किए और अंग्रेजो को भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया। उनके चंपारण सत्याग्रह, असहयोग आंदोलन, दांडी सत्याग्रह, भारत छोड़ा आंदोलन ने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव कमजोर करने में बड़ा रोल अदा किया।गांधी जी के पास अद्भुत नेतृत्व क्षमता थी। गांधी जी ने विचारों ने भारत के देशभक्तों की दो पीढ़ियों को प्रेरित किया, लोग आजादी की लड़ाई से जुड़ते रहे। उन्होंने अपने प्रभावशाली व्यक्तित्व व विचारों से स्वतंत्रता आंदोलन को जबरदस्त धार दी। गांधी जी समाज में फैली बुराइयों जैसे छुआछूत, शराब, जातीय भेदभाव, असमानता, महिलाओं के साथ भेदभाव के भी घोर विरोधी थे। उन्होंने सिर्फ आजादी की ही लड़ाई नहीं लड़ी बल्कि समाज में दलितों की स्थिति बेहतर करने व उन्हें बराबरी का हक दिलाने के लिए भी लड़ाई लड़ी । मौके खुदी भगत दुःखी,फिरोज आलम ,रामनिवास प्रसाद,गुलाम सरवर तरुण गोप, भुनेश्वर राम,इकरामुल हक,मुकतार आलम,संजय गोप,देवा साहू, मिनाज खान, मिरा हामिद,ज्योति कुजुर,जास्मिन लुगुन, क्रिस्टीना तिर्की,किरन एक्का,सुनिता तिर्की ,भिखा असुर,ममता कुमारी,काफी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता उपस्थित थे।
