
पेयजल विभाग के वृहद ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत कुंडहित मुख्यालय में बनाए गया बनाया गया बड़ा जल मीनार पिछले 6 महीने से अधिक समय से खराब पड़ा हुआ है। कुंडहित की जिला परिषद सदस्य द्वारा पत्र लिखकर खराब पड़े जलमीनार की शिकायत करते हुए दुरुस्त करने की मांग की गई थी। जिला परिषद की शिकायत पर पेयजल विभाग हरकत में आया है। सोमवार को पेयजल विभाग के इंजीनियर अमन कुमार और शुभम कुमार को कुंडहित पहुंचे और मुख्यालय के हटिया परिसर स्थित जल मीनार का निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान पाया कि जल मीनार में दरार आ चुकी है और जल पंप भी खराब हो चुका है। इंजीनियरों ने आश्वस्त किया कि जल्द ही जलमीनर की खराबियों को दुरुस्त कर पेयजलापूर्ति बहाल कर दी जाएगी।भूतपूर्व जिला परिषद सदस्य भजहरि मंडल ने बताया कि कुंडहित मुख्यालय का यह जलमीनार पिछले 6 महीने से अधिक समय से खराब पड़ा हुआ है। इससे मुख्यालय के 60 से अधिक घरों को पेयजल की आपूर्ति होती है। जलमीनार खराब रहने से इन परिवारों को पेयजल के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही थी। उन्होंने बताया कि ग्रामीण स्तर पर बनाए गए जलमीनार से भी लोगों को कनेक्शन नहीं मिल पाया है जिससे लोगों को पेयजल की समस्या को लेकर भाग दौड़ करनी पड़ती है।
