जागता झारखंड संवाददाता
धनबाद। जिले में चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद मनोज यादव (अधिवक्ता), प्रतिनिधि, झारखंड प्रदेश कांग्रेस प्रदेश कमेटी धनबाद, बाघमारा, एव झरिया विधानसभा चुनाव हार के बाद जिला कांग्रेस अध्यक्ष संतोष सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि बाघमारा विधान सभा हम इसलिए हारे क्योंकि वहां से राजद के रोहित यादव को कांग्रेस में शामिल करवा कर बाघमारा में गुटबाजी कराई गई और रोहित यादव को टिकट ना मिलने पर रोहित यादव को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जिला अध्यक्ष संतोष सिंह के द्वार बाघमारा से चुनाव लड़वाया गया जिसके कारण हम बाघमारा सीट हारे हैं वहीं झरिया में विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह को हराने के लिए संतोष सिंह के द्वार रुस्तम अंसारी तथा अल्पसंख्यक वोट का ध्रुवीकरण करने का प्रयास किया गया तथा अशोक वर्णवाल एव कालीचरण यादव को हटाने से ओबीसी वोटर पर गलत मेसेज गया जिला अध्यक्ष संतोष सिंह ने रागिनी सिंह को पिछले दरवाजे से मदद की है और यहीं कारण है कि हम झरिया सिट हारे हैं तथा धनबाद विधानसभा सीट हम जीत चुके थे मगर संतोष सिंह ने कांग्रेस प्रत्यशी को हरवाने के लिए होटल में वैभव सिन्हा के साथ मिलकर खूनी संघर्ष किया जातिसूचक गाली दी धनबाद की जनता में गलत संदेश दिया और धनबाद की जनता ने यह समझा कि कांग्रेसी आपस में ही लड़ रहे हैं तो ऐसे में कांग्रेस प्रत्याशी को वोट देना मतलब नुक्सान करना होगा इसलिए मजबूरन जनता ने राज सिन्हा को वोट दिया। प्रेस बयान जारी कर मनोज यादव जी ने झारखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष केशव महतो कमलेश जी से जिला अध्यक्ष संतोष सिंह को अभिलंब धनबाद जिला अध्यक्ष पद से हटाने की मांग की है और कहां है कि संतोष सिंह के रहते धनबाद में कांग्रेस कभी फल फूल नहीं सकती है क्योंकि संतोष सिंह कांग्रेस को धोखा दे रहे हैं और यहां अंदर खाने भाजपा की मदद करते हैं *संतोष सिंह के जिला अध्यक्ष पद से हटने के बाद ही धनबाद में कांग्रेस अपनी खोई हुई विरासत बचा सकती है साथ ही मनोज यादव ने जिला अध्यक्ष संतोष सिंह के कॉल डिटेल की जांच की मांग की है आरोप है की संतोष सिंह भाजपा प्रत्याशियों के सम्पर्क मे थे। कांग्रेस का भविष्य संतोष सिंह के हाथ सुरक्षित नहीं है