डब्ल्यू एच ओं की टीम द्वारा सरस डंगाल गांव में ग्रामीणों को डायरिया से सुरक्षा हेतु जागरूक करने के लिए बैठक की गई

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जागता झारखंड संवाददाता शिकारीपाड़ा दुमका 

शिकारीपाड़ा प्रखंड के सरसडंगाल में बीते कुछ दिनों से फैली डायरिया महामारी नियंत्रण में आ गई है| शुक्रवार को शिविर में एक भी मरीज नहीं आया| उसके बावजूद डॉक्टर गौरव भीम मुर्मू के नेतृत्व में मेडिकल टीम लगातार चौकसी बरत रही है| शिविर अभी नहीं हटाया गया है। डब्ल्यू एच ओं के डॉक्टर ध्रुव महाजन के नेतृत्व में शुक्रवार को डब्ल्यू एच ओं की टीम द्वारा सरसडंगाल गांव में ग्रामीणों को डायरिया से सुरक्षा हेतु जागरूक करने के लिए बैठक कर कई प्रकार के सुझाव दिए गए|बताया गया कि पेयजल के लिए झरना या कुआं का पानी इस्तेमाल नहीं करें, पानी को हमेशा गर्म कर इस्तेमाल करें| गरम खाना ही खाएं वर्तमान समय में मीट मछली का सेवन कम करें आदि सुझाव दिए। इसके साथ ही प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर देवानंद मिश्रा ने बताया कि फूलों झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल दुमका से भी टीम आई थी तथा कुछ ब्लड सैंपल लेकर गई है| आवश्यकता हुई तो आगे भी ब्लड सैंपल एकत्रित किया जाएगा ताकि यह पता चल सके कि किस कारण से डायरिया महामारी फैली और लोगों को पूर्ण स्वस्थ करने के लिए आगे क्या कदम उठाना है। डॉ मिश्रा ने बताया कि शुक्रवार को एक भी डायरिया संक्रमित व्यक्ति नहीं मिला और ना ही शिविर में कोई डायरिया संक्रमित होकर इलाज के लिए पहुंचा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है।एस एच ओं के साथ स्वास्थ्य सहिया एएनएम घर-घर जाकर जांच कर रही हैं।

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Author: Jagta Jharkhand

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