जागता झारखंड दुमका ब्यूरो
दुमका जिला में पेयजल को लेकर काफी दिक्कत आ रही है लेकिन पदाधिकारी और मुखिया संज्ञान तक लेने का नाम ही नही ले रही है पिछले दिनों से दुमका जिला में लगातार जलमीनार टैंकी खराब अवस्था को लेकर जागता झारखंड दैनिक अखबार में प्रकाशित किया जा रहा है पर किसी पदाधिकारी और मुखिया को कोई असर नही देखा जा रहा है पंचायत मुखिया लोगों को तो जैसे लग रहा है की वर्तमान में विधायक हैं, 15 वी फंड को लेकर खुब दिमाग दौड़ाते हैं सूत्रों बताते हैं 15 वी फंड में मुखिया लोगो का कमिशन रहता है और यही फंड बंदरबांट कर खत्म कर देते हैं इसलिए रोड से लेकर 15 वी फंड का काम कबाड़खाना जैसे होता है सही मायने में जांच हो जाय तो अनेक लापरवाही निकलेगा एक तरफ पंचायत डिजिटल होने लगा है और पंचायत का दरवाजा तक नहीं खुलता है ऐसे में लाखों का पंचायत घर किस काम का लोग अपनी समस्या लेकर आये तो कहा पंचायत बनाया गया है पंचायत के समस्या को समाधान के लिए और विकास कार्य को गति देने के लिए पर पंचायत नाम का रह गया सभी ब्लांक का चक्कर लगा रहे ग्रामीण आखिर जाये तो कहा ऐसे ही पानी का समस्या बढ़ती जा रही है लेकिन संज्ञान लेने वाले कोई नहीं दुमका के लखीकुण्डी पंचायत के समीप और जिला स्कूल के समीप जलमीनार खराब और फोलो झानो अस्पताल दुमका में भी फिल्टर मशीन बंद होने से ग्रामीणों को काफी दिक्कत आ रही है पदाधिकारी को संज्ञान लेने की जरूरत है।
