जागता झारखंड संवाददाता गोपीकांदर दुमका
जिला अंतर्गत गोपीकांदर प्रखंड में शिक्षा का हाल इस प्रकार है कि आपको जानकर हैरानी होगी कहीं विद्यालय से शिक्षक गायब तो कहीं विद्यालय में बच्चे नहीं है।
खरौनी पंचायत अंतर्गत अमलादही उत्क्रमित मध्य विद्यालय में कक्षा एक से आठ तक संचालित है और शिक्षक मात्र दो है कैसे पढ़ाते हैं प्राधनध्याप तो कभी ट्रैनिंग कभी शिशु गन्ना तो कभी बच्चों का प्रति दिन का प्रतिवेदन बनना इसे में एक शिक्षक के भरोसे एक से आठ क्लास तक के बच्चों को पढ़ाते हैं इसमें बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं तो किया है ॽ
स्मार्ट क्लास संचालित है सिर्फ नाम मात्र है शिक्षक का कहना है क्लास रूम में दो बोर्ड लगा है पर क्लास नहीं होती है।
*स्कूल में बच्चों के लिए पानी की सुविधा नहीं दुमका पाकुडि़या मुख्य सड़क को क्रॉस करके लाते पानी*
विद्यालय के प्रधानाध्यापक के अनुसार चपाकल खराब होने के कारण स्कूल के छोटे छोटे बच्चों को सड़क के उस पार से खानें व धोने के लिए पानी लाते है जो कभी भी बड़ी घटनाएं घट सकती है चपाकल तो है पर खराब है सप्लाई पानी नहीं मिल रहा है तो मजबूरन बच्चों को भेजा जा रहा है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि विभाग को कोई बार लिखीत आवेदन दिया जा चुका है पर अभी तक इस पर पहल नहीं हुई है।
*कल्याणपुर प्राथमिक विद्यालय में दो बच्चे शिक्षक गायब*
आज शनिवार दिन 2 बजे स्कूल में दो ही बच्चे थे पर कोई शिक्षक नहीं था बच्चे पूछने पर बताया कि विद्यालय छोड़कर 1 बजे में ही घर चली गई है जो अभी तक नहीं आई है।
*प्रखंड में बैठे सीआरपी बीआरपी बीईओ कोई फर्क नहीं पड़ता*
ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे पढ़ेंगे बढ़ेंगे या नहीं कोई मतलब नहीं हमारे बच्चे तो पढ़ाते हैं किसी स्कूल में सरकार महिना महिना सैलेरी तो दे ही रही है।
