जागता झारखंड दुमका ब्यूरो
दुमका। भीम आर्मी भारत एकता मिशन के जिला अध्यक्ष निरंजन दास की अगुवाई में अम्बेडकर चौक दुमका में भारत के संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी का महापरिनिर्वाण दिवस मनाया गया| कार्यक्रम के दौरान जिला अध्यक्ष निरंजन दास की अगुवाई में भीम आर्मी भारत एकता मिशन के सदस्यों ने बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी के प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की| इस दौरान भीम आर्मी भारत एकता मिशन के जिला अध्यक्ष ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर दलितों के मसीहा थे| उन्होंने अपने संघर्षों के बल पर समाज को एक नई दिशा देने का प्रयास किया| कहा कि शिक्षा संघर्ष और संगठन के बिना सफलता संभव नहीं है, संगठन में ही शक्ति है| उन्होंने बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के बताए हुए मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि बाबा साहब का जीवन संघर्षों से भरा हुआ था| उनका संघर्ष ही हम सभी दलित समाजों के अमन चैन व शांति का देन है| शिक्षा पर जोर देते हुए उन्होंने कहा था शिक्षा वह शेरनी का दूध है जिसे जो भी व्यक्ति जितना पिएगा वह उतना दहाड़ेगा| साथ ही साथ ही उपस्थित लोगों को प्रेरित करने का प्रयास किया कि शिक्षा के बिना हिम्मत नहीं आ पाएगा, आत्मविश्वास नहीं आ पाएगा, यदि आप शिक्षित बनते हैं तो किसी भी कार्य के पीछे आप नहीं हटेंगे| कहा कि शिक्षा के बिना कुछ भी संभव नहीं है| शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है| जिला अध्यक्ष ने लोगों को समझने का प्रयास किया कि बाबा साहब के समय जीवन और कठिन था और भी ज्यादा संघर्षों से भरा हुआ था| जबकि उस समय बाबा साहब अकेले थे| जिन्होंने अपने संघर्षों के बल पर समाज को एक नई दिशा देने का प्रयास किया और अपने जीवन का बलिदान समाज के लिए कर दिया | उनके बताए हुए मार्ग पर चलकर हमें शिक्षा की ओर अग्रसर होने, संघर्ष करने और संगठित रहने की नितांत आवश्यकता है| कहा कि शिक्षा जीवन के लिए उतनी ही जरूरी है जितना कि भोजन के बाद पानी| एकता में ही शक्ति निहित है| यदि आप लकड़ी के एक गुच्छा को एक साथ तोड़ना चाहेंगे तो तोड़ नहीं पाएंगे लेकिन वही लकड़ी अकेले है तो तोड़ देंगे| जिला अध्यक्ष ने समाज को संगठित रहने, एक रहने, शिक्षित बनने और संघर्ष करने के लिए प्रेरित किया| कहा कि जब तक हम शिक्षित नहीं बनेंगे, अपने बच्चों को शिक्षित नहीं करेंगे, जीवन के प्रति संघर्ष नहीं करेंगे, समाज के प्रति एकता नहीं दिखाएंगे तब तक हमें शाही आजादी का फायदा नहीं मिल पाएगा| शिक्षा नहीं रहने के कारण आज हमें किसी भी कार्यालय में जाने से हमें झिझक होती है, संकोच होता है| किसी भी पदाधिकारी से बात करने में हमें झिझक होती है| यदि आप शिक्षित रहेंगे तो कहीं भी जाने से नहीं डरेंगे ना संकोच करेंगे| आप अपनी समस्या के समाधान की दिशा में प्रयास करेंगे| कहा कि संगठन आपके साथ है संगठन को मजबूत बनाने में आप भी अपना अहम योगदान दें| जिससे कि हम सभी मिलकर अपने समाज के सुख-दुख में सहयोग कर सके। कार्यक्रम में वरीय उपाध्यक्ष तुलसी मिर्धा, वरीय महासचिव श्रवण कुमार, जिला संगठन मंत्री पवन कुमार दास, जिला सचिव बैकुंठ शर्मा, जिला महासचिव संजीत कुमार, दशरथ दास, अविनाश कुमार, उमेश कुमार, बीरबल कुमार, अवधेश कुमार, नवीन कुमार,गोरी देवी,अजय कुमार दास आदि मौजूद थे|
