बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत जिला बाल संरक्षण इकाई, ग्राम ज्योति एवं ग्राम साथी संस्था की ओर प्रेस वार्ता आयोजित ।

बाल विवाह मुक्त भारत अभियान विकसित भारत के सपने को करना है पूरा- आभा ।

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जागता झारखंड दुमका ब्यूरो

दुमका। बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत जिला बाल संरक्षण इकाई, ग्राम ज्योति एवं ग्राम साथी संस्था की ओर से गुरुवार को समाहरणालय सभागार में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया|

कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी द्वारा शुरू किए गए बाल विवाह मुक्त भारत अभियान का पुरजोर समर्थन करते हुए गैरसरकारी संगठन ग्राम ज्योति के निदेशक आभा ने कहा कि यह अभियान हमारे विकसित भारत के सपने को पूरा करने की दिशा में एक निर्णायक कदम है। देश की बच्चियों को शिक्षित, सशक्त और आत्मनिर्भर बनाए बिना हम इस सपने को पूरा नहीं कर सकते और बाल विवाह इसमें सबसे बड़ी बाधा है। बाल विवाह की रोकथाम के लिए सभी पक्षों को साथ लेकर चलने और बचाव संरक्षण एवं अभियोजन नीति पर अमल करते हुए मंत्रालय के इस फैसले का हम स्वागत करते हैं। जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन का सहयोगी संगठन होने के नाते हम पहले से ही इस रणनीति पर काम करते आ रहे हैं। हमारे लिए यह गर्व की बात है कि हमने इस जिले में जो अभियान शुरू किया था, वह अब राष्ट्रव्यापी अभियान बन गया है।

इस राष्ट्रव्यापी अभियान का समर्थन करते हुए जस्ट राइट्स फॉर बिल्ड्रेन (जेआरसी) के संस्थापक भुवन ऋभु ने कहा कि हमने जब यह अभियान शुरू किया था तो इस समस्या को उसकी जड़ से मिटाने के लिए बाल विवाह की ऊंची दर वाले राज्यों पर केंद्रित एक लक्षित प्रयास था। एक सुविचारित दृष्टि और रणनीति के साथ शुरू हुआ यह अभियान अब राष्ट्रव्यापी शक्ल ले चुका है और आज देश सदियों से देश में जड़े जमाए बैठी इस कुप्रथा के खात्मे के लिए एकजुट है। जिसने भी भारत की बेटियों की पुकार सुनी, उनकी आवाज उठाई और बाल विवाह मुक्त भविष्य के सपने की ओर बढ़ने में मदद की, हम उन सभी को धन्यवाद देते हैं। कार्यक्रम में मौजूद जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी प्रकाश चन्द्र ने कहा कि बाल विवाह मुक्त भारत अभियान को सफल बनाने के लिए जिला बाल संरक्षण इकाई सक्रिय रूप से कार्यरत है। इसमें समुदाय, सी एस ओ, प्रेस बंधु का संयुक्त भागीदारी होने से हम बाल विवाह का जड़ से खात्मा कर सकते है। साथ ही मिशन वात्सल्य पर अपनी बात रखी। बताया कि हमारे यहां लड़कियों के बाल विवाह में लगातार सुधार हो रहा है बल्कि स्वतंत्र होकर इस कुरितियों से लड़ रहे है। सर्वे के अनुसार अशिक्षा बाल विवाह का मूल जड़ है। इसके लिए हम सभी टीम बनाकर लगातार इस पर कार्य रहे है।

बाल कल्याण समिति के सदस्य डॉ० राजकुमार उपाध्याय द्वारा सीएमपीओ एवं सीडब्ल्यूईपीओ के कार्य पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने कहा कि एस ओ पी सही तरीके से लागू होना चाहिए। जिसमें सभी स्टेक होल्डर के कार्य एवं जिम्मेदारी निर्धारित है।
ईस्लामिक धर्मगुरु, ईमाम मो० लियाकल अंसारी ने बताया कि हम अपने मस्जिद में हर जुम्मे के दिन सबों को बाल विवाह न करने एवं न होने देने हेतु जागरूक करते है। अपने क्षेत्र में बाल विवाह न हो ऐसा सभी को बताते है।
स्वयं सेवी संस्था से आए प्रतिनिधि ने बताया कि विभिन्न समुदाय के लोगों का अपना अपना रिति रिवाज होने के कारण इस कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है। अगर हम सभी स्टेक होल्टर एकजुट होकर आगे आएं तो इस अभियान को सफल बनाने में कामयाब हो सकते है।
मौके पर मीडिया बंधुओं ने एकजुट होकर कहा कि कार्यक्षेत्र में कोई भी बाधा और चुनौती आती है तो उसे हम सभी के साथ साझा करे। ताकि हम उसे प्रकाश में लाकर सहयोग कर सके। कार्यशाला में आई किशोरी ने बताया कि हमारे क्षेत्र में हम किशोरी बैठक में बाल विवाह न हो इसके लिए सभी किशोरी एवं उनके परिवार के बीच जागरूकता फैलाते है।
ग्राम साथी एवं ग्राम ज्योति के कार्यकर्ताओं ने बताया कि भारत सरकार के बाल विवाह मुक्त भारत के आहवान के समर्थन में गैरसरकारी संगठन ग्राम ज्योति एवं ग्राम साथी ने दुमका जिले में बाल विवाह के खिलाफ 793 जागरूकता व शपथ ग्रहण कार्यक्रमों का आयोजन किया| जिसमें समाज के हर तबके के लोग शामिल हुए। इस दौरान मशाल जुलूस और कैंडल मार्च में बाल विवाह पीड़िताओं, महिलाओं, बच्चों व पुरुषों सहित 11000 लोगों ने बाल विवाह के खिलाफ शपथ ली और जागरूकता के प्रसार के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भागीदारी की। इस दौरान पुरोहितों, मौलवियों, हलवाइयों, रसोइयों, सजावट, बैड बाजा वालों व शादी का कार्ड छापने वाले प्रिंटिंग प्रेस के मालिकों जैसे विवाह से जुड़े सभी हितधारकों ने शपथ ली कि वे बाल विवाह संपन्न कराने में किसी भी तरह से भागीदारी नहीं करेंगे और इसकी सूचना तत्काल संबंधित अधिकारियों को देंगे। ग्राम ज्योति एवं ग्राम साथी 250 से भी अधिक गैरसरकारी संगठनों के देशव्यापी गठबंधन जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन (आईआरसी) का सहयोगी है जो जिले में बाल विवाह की रोकथाम के लिए काम कर रहा है। ग्राम ज्योति एवं ग्राम साथी ने स्थानीय प्रशासन के साथ सहयोग व समन्वय से कानूनी हस्तक्षेपों और परिवारों एवं समुदायों को समझा-बुझा कर अकेले 2023-24 में ही जिले में 1037 बाल विवाह रुकयाए है।

मौके पर ग्राम ज्योति एवं ग्राम साथी के निदेशक एवं कार्यकर्ता ने अहम भूमिका निभाई, साथ ही प्रवाह, सिनी, प्रयास फाउन्डेशन, लाहन्ती से आए प्रतिनिधि ने कार्यकम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

जिले में पिछले डेढ़ साल में 31 बाल विवाह रुकवाने वाले गैरसरकारी संगठन ग्राम ज्योति एवं ग्राम साथी ने कहा कि इस अभियान से बाल विवाह के खात्मे की लड़ाई को गति मिलेगी| रैली में बाल विवाह पीड़िताओं, सरकारी अफसरों, पंचायत प्रतिनिधियों व शिक्षकों सहित बड़ी संख्या में शामिल आम लोगों ने बाल विवाह के खिलाफ शपथ ली|
विवाह संपन्न कराने वाले पंडितों व मौलवियों समेत धार्मिक नेताओं हलवाइयों, बैंड बाजा वालों सहित सभी हितधारकों ने अभियान का समर्थन किया|
ग्राम ज्योति एवं ग्राम साथी बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए काम कर रहे 250 से भी ज्यादा गैरसरकारी संगठनों के गठबंधन जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन का सहयोगी संगठन है|

Touphik Alam
Author: Touphik Alam

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