जागता झारखंड संवाददाता गोपीकांदर दुमका
प्रखंड के टैयजोर पंचायत अंतर्गत भिलायघाटी गांव में आंगनबाड़ी केंद्र तो है पर छोटे छोटे बच्चों को झारना व डोभा का पानी पीने को विवश है। आंगनबाड़ी सेविका के अनुसार चपाकल बना है पर 100 मीटर दूर में पर आज तक मोटर कनेक्शन नहीं जोड़ा गया है, बच्चों को शुद्ध पेयजल आपूर्ति करने के लिए गांव के डोभा और दूसरे टोला से पानी को ढोकर लाया जाता है जो केंद्र से दूर पड़ता है, बताते चलें कि भिलाई घाटी 4 टोला में बटा हुआ है पर मात्र दो चपाकल ही जिंदा है और यहां की आबादी लगभग 130 परिवार बताईं जाती है तो शुद्ध पेयजल कैसे होता होगा आप समझ सकते हैं। पर हमारे पेयजल विभाग को कोई फर्क नहीं पड़ता है सैलेरी तो महिना महिना आ ही जाता है, गरीब जनता डोभा का पानी पीये या नाला का हमें तो समय पर सैलरी और समय पर खाना पिना मिलना चाहिए।