मुजफ्फर हुसैन, जागता झारखण्ड, ब्यूरो रांची : कांके प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत चुटू के रिंग रोड स्थित जोहार ढाबा परिसर में गुरुवार को महान आदिवासी नेता, स्वतंत्रता सेनानी एवं संविधान सभा के सम्मानित सदस्य मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की 55वीं पुण्यतिथि श्रद्धापूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर झारखंड पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बच्चन उरांव ने कहा कि जयपाल सिंह मुंडा झारखंड के नायक थे। उन्होंने जल, जंगल, जमीन और खनिज पर आदिवासियों के मालिकाना अधिकार को सुरक्षित रखने के लिए उनके दिखाए मार्ग पर चलने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य के समग्र उत्थान के लिए सभी को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। बच्चन उरांव ने यह भी कहा कि मरांग गोमके के विचारों और उनके बताए मार्ग पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। युवा समाजसेवी प्रतुल मुंडा ने कहा कि भारतीय संविधान में आदिवासियों के अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए संविधान सभा में मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा ने प्रभावशाली रूप से अपनी बात रखी थी। उनके प्रयासों के कारण ही आज आदिवासी समाज को संवैधानिक संरक्षण मिला है। वहीं, वरिष्ठ समाजसेवी जगत मुंडा ने कहा कि जयपाल सिंह मुंडा केवल मुंडा समुदाय के नेता नहीं, बल्कि पूरे देश के एक दूरदर्शी नेता थे। उन्होंने स्वदेशी विचारधारा और लोकतांत्रिक मूल्यों की नींव रखी तथा अलग झारखंड राज्य के आंदोलन को जन्म दिया।कार्यक्रम के प्रारंभ में मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर हाजी अनीस अंसारी, भगवान दास उरांव, सुमित मुंडा, राजू साहू, रविंद्र कुमार, शनिचरिया देवी सहित दर्जनों गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
