मोहम्मद इरफान जागता झारखंड ब्यूरो चीफ रामगढ़ !रामगढ़ में उर्दू भाषा और साहित्य के प्रचार-प्रसार के लिए एक नई पहल की गई है। अंजुमन तरक़्क़ी उर्दू हिंद, रामगढ़ यूनिट द्वारा सदस्यता अभियान की शुरुआत डॉ. अशरफ़ अली की नेतृत्व में की गई जिसे स्थानीय साहित्यिक और सामाजिक जगत में बेहद सराहा गया।इस मुहिम के तहत क्षेत्र की प्रमुख शख्सियतों से भेंट की गई और उन्हें अंजुमन के उद्देश्यों और कार्यों की जानकारी दी गई। उर्दू भाषा की अहमियत, उसकी हिफ़ाज़त और नई पीढ़ी तक इसे पहुँचाने जैसे विषयों पर सार्थक चर्चा हुई। लोगों ने इस पहल में गहरी रुचि दिखाई और उसी दिन कुल 11 लोगों ने सदस्यता फ़ॉर्म भरकर अंजुमन से जुड़ने की घोषणा की।सदस्यता लेने वालों में कुछ प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:1. डॉ. मोहम्मद कलामुद्दीन2. मोहम्मद जावेद इक़बाल3. जावेद अख्तर4. हाफ़िज़ मिराज अख्तर5. अब्दुल मन्नान6. मोहम्मद सलीम7. अब्दुस्सत्तार8. हाफ़िज़ क़ुतुबुद्दीन अंसारी9. हफ़ीज़ुर्रहमान10. तौफ़ीक़ अंसारी और11. मोहम्मद आसिमइस अवसर पर जब डॉ. अशरफ़ अली से इस प्रयास के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा:”जब इरादा ख़ालिस हो, क़दम सच्चा हो और मंज़िल की पहचान हो तो अकेला उठा हुआ क़दम भी कारवां में बदल जाता है। मैंने उर्दू की शमा जलाई है अब हर दिल को इस रौशनी का चराग़ बनाना है।”अंजुमन तरक़्क़ी उर्दू की यह जागरूकता मुहिम रामगढ़ में उर्दू भाषा के प्रचार के लिए एक नई जान बन गई है। आने वाले दिनों में और भी शख्सियतों की भागीदारी की उम्मीद है और यह कारवां अब और भी विस्तृत होता जाएगा।
