बीएनएन इंटरनेशनल स्कूल: ओरमांझी प्रखंड में पहली बार आयोजित हुई एक दिवसीय रोबोटिक्स कार्यशाला
मुजफ्फर हुसैन, जागता झारखण्ड, ब्यूरो राँची : राँची जिले के ओरमांझी प्रखंड अंतर्गत इरबा स्थित बीएनएन इंटरनेशनल स्कूल (बी. एन. निसा टेक्निकल एजुकेशनल सोसाइटी) के सभागार में शनिवार को रोबोटिक्स के साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा विषय पर एक एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला ओरमांझी प्रखंड में आयोजित होने वाली पहली और एकमात्र रोबोटिक्स कार्यशाला है, जो ओरमांझी प्रखंड क्षेत्र में तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक पहल मानी जा रही है। इस कार्यशाला में बीएनएन इंटरनेशनल स्कूल के छात्र-छात्राओं ने उत्साह और सक्रिय भागीदारी के साथ हिस्सा लिया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को आधुनिक विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, विशेष रूप से कोडिंग, ऑटोमेशन और रोबोटिक्स जैसे उभरते क्षेत्रों से परिचित कराना और उन्हें नवाचार की दिशा में प्रेरित करना था।
सेमिनार में रोबोटिक्स एक्सपर्ट कनिष्क सिंह ने विद्यार्थियों को रोबोटिक्स की मूल अवधारणाओं, इसकी कार्यप्रणाली तथा इसके शैक्षणिक और औद्योगिक उपयोगों की विस्तृत जानकारी प्रदान की। प्रैक्टिकल सत्रों के माध्यम से छात्रों ने रोबोट बनाना, कोडिंग करना और सेंसर एवं ऑटोमेशन तकनीकों को प्रत्यक्ष रूप से समझा। इंटरऐक्टिव डेमोंस्ट्रेशन, प्रश्नोत्तर सत्र, और हैंड्स-ऑन लर्निंग के माध्यम से विद्यार्थियों में आत्मविश्वास और तकनीकी समझ का उल्लेखनीय विकास हुआ।
अनवार अहमद अंसारी, अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह बीएनएन इंटरनेशनल स्कूल के सचिव ने कहा तकनीकी शिक्षा आज की आवश्यकता है। बीएनएन इंटरनेशनल स्कूल जैसे संस्थान जब रोबोटिक्स जैसे विषयों को प्राथमिकता देते हैं, तो वे बच्चों को भविष्य की चुनौतियों के लिए सशक्त बनाते हैं। इस तरह की कार्यशालाएँ समाज को तकनीकी रूप से समृद्ध बनाने की दिशा में मील का पत्थर हैं।
हेदायत उल्लाह, क्वालिटी एजुकेशन के हेड ऑफ कंसल्टिंग एवं प्रशिक्षक ने कहा हमारा प्रयास है कि विज्ञान और तकनीक को बच्चों की भाषा में सरलता से समझाया जाए। बीएनएन स्कूल के विद्यार्थियों ने जिस जिज्ञासा और उत्साह के साथ सीखा, वह उनके उज्जवल भविष्य की नींव है।
अनीश जहाँ अंसारी, बीएनएन इंटरनेशनल स्कूल के प्राचार्य ने कहा शिक्षा का उद्देश्य केवल परीक्षा पास कराना नहीं, बल्कि जीवन के लिए तैयार करना है। तकनीक, नवाचार और सोचने की स्वतंत्रता—यही 21वीं सदी की शिक्षा की रीढ़ है, और बीएनएन इंटरनेशनल स्कूल उसी दिशा में कार्य कर रहा है। वक्ताओं ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का उल्लेख करते हुए कहा कि अब शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं है। इसमें कौशल आधारित शिक्षण, प्रायोगिक प्रशिक्षण, टेक्नोलॉजी इंटीग्रेशन, और इननोवेशन को प्राथमिकता दी जा रही है।
बीएनएन इंटरनेशनल स्कूल इस नीति के अनुरूप स्मार्ट क्लासरूम, आधुनिक प्रयोगशालाएँ और विशेषीकृत लैब जैसी सुविधाओं के माध्यम से विद्यार्थियों को समस्या समाधान, रचनात्मकता, और नेतृत्व क्षमता जैसे जीवनोपयोगी कौशलों से सुसज्जित कर रहा है। कार्यशाला के समापन पर विद्यालय प्रशासन ने यह घोषणा की कि भविष्य में भी इस प्रकार की तकनीकी कार्यशालाएँ, नवाचार-प्रेरित कार्यक्रम, और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर की शैक्षणिक गतिविधियाँ नियमित रूप से आयोजित की जाती रहेंगी। इससे छात्र न केवल तकनीकी रूप से दक्ष बनेंगे, बल्कि आत्मविश्वासी, रचनात्मक, और नेतृत्व-क्षम भी बन सकेंगे।
इस अवसर पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह बीएनएन इंटरनेशनल स्कूल सचिव अनवार अहमद अंसारी, रोबोटिक्स एक्सपर्ट कनिष्क सिंह, हेदायत उल्लाह, निदेशक डॉ. शहंशाह आलम, प्राचार्य अनीश जहाँ अंसारी, एन. आलम, मुसद्दीक अंसारी, सगुफ्ता यास्मीन, ज्योति कुमारी, अंजू कुमारी, काजल कुमारी, सना खान, नौशीन फिरदौस, मनीषा रानी, आनंद तिर्की, खुशी नाज समेत बीएनएन इंटरनेशनल स्कूल के सभी शिक्षकगण, शिक्षकेत्तर कर्मचारी एवं प्रशिक्षु उपस्थित रहे।



