जागता झारखंड संवाददाता शिकारीपाड़ा/ दुमका सोमवार को प्रखंड क्षेत्र के मुस्लिम बाहुल्य गांव ढेबाडीह, ढाका, शिवतल्ला, खाड़ूकदमा, कोल्हाबदार, सोनाधाब, पलासी, चित्रागाड़िया, सरसडंगाल, झुनकी, पिनरगाड़िया, आदि मुस्लिम गांवों में शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण में ईद उल फितर का त्योहार मनाया गया। सुबह से लोग नहा धोकर नए कपड़े पहन कर सुरमा इत्तर लगाकर ईद उल फितर की नमाज पढ़ने ईदगाह गए। छोटे छोटे बच्चे भी आज काफी खुश दिखाई दिए। ईद उल फितर का त्योहार खुशियों और भाईचारे का त्योहार है। रमजान का पाक महीना पूरा होने के बाद शव्वाल महीने की पहली तारीख को ईद उल फितर का त्योहार मनाया जाता है। ईद के दिन नमाज अदा की जाती है नमाज के बाद एक खास दुआ भी होती है जिससे पूरे विश्व के लिए शांति और अमन की कामना की जाती है। ईद की नमाज पढ़ने के बाद लोग एक दूसरे से गले लगाकर ईद के त्योहार की बधाई देते हैं।नमाज के बाद घर जाकर मीठा खाने का रिवाज होता है। इसी वजह से ईद पर मुस्लिम लोग एक दूसरे के घर जाते हैं और मीठा खाने बाद ईद की मुबारकबाद देते हैं। इसी लिए ईद को लोग मीठी ईद भी कहते हैं।



