मुजफ्फर हुसैन, जागता झारखंड ब्यूरो, राँची : राँची जिला ग्रामीण कांग्रेस कमिटी एवं नौजवान कमिटी, इरबा के संयुक्त तत्वावधान में हिरात मैरिज हॉल, इरबा, राँची में एक भव्य दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और आपसी सौहार्द एवं भाईचारे का परिचय दिया। इस दावत-ए-इफ्तार में सामाजिक एकता और सांप्रदायिक सौहार्द का अनूठा नजारा देखने को मिला, जहां सभी समुदायों के लोग एक साथ बैठकर रोजा इफ्तार करते नजर आए। मगरिब की अजान के साथ ही सभी ने सबसे पहले खजूर और पानी से रोजा खोला। इफ्तार से पूर्व रमजान की बरकतों, देश-दुनिया में अमन-चैन और आपसी भाईचारे के लिए सामूहिक दुआ की गई। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य सामाजिक सौहार्द, भाईचारे और एकता को बढ़ावा देना था। रमजान का पवित्र महीना त्याग, संयम और मानवता की सीख देता है। इस तरह के आयोजन समाज में आपसी प्रेम और सहिष्णुता को और मजबूत करते हैं। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्तियों ने शिरकत की, जिनमें प्रमुख रूप से प्रदेश कांग्रेस कमिटी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के चेयरमैन जयशंकर पाठक, जिला अध्यक्ष डॉ. राकेश किरण महतो, सोशल मीडिया विभाग के चेयरमैन गजेंद्र सिंह, मोमिन कांफ्रेंस कार्यकारी अध्यक्ष मंजूर अहमद अंसारी, अल्पसंख्यक कांग्रेस कमिटी उपाध्यक्ष अनवार अहमद अंसारी, ऑल झारखण्ड एकता मंच असफाक खान, सामाजिक कार्यकर्ता मुस्तफा अंसारी, मोजीब अली, उप प्रमुख रिजवान अंसारी, पूर्व उप प्रमुख मुंतजिर अहमद रजा, खाद आपूर्ति विधायक प्रतिनिधि सफीउल्लाह अंसारी, इरबा मरकजी कमिटी अध्यक्ष इम्तियाज ओहदार, इरबा नौजवान कमिटी अध्यक्ष हुमायूं ऊर्फ नईम, पूर्व पंचायत समिति सदस्य करमा समीउल्लाह अंसारी, सरफराज शाहिदी, कमिश्नर मुंडा, बाबूलाल महली, इमाम अंसारी, हैदर अंसारी, मोबीन अंसारी, मोहम्मद औरंगजेब सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल रहे।यह आयोजन धार्मिक सहिष्णुता, सामाजिक समरसता और भाईचारे की भावना को मजबूत करने में महत्वपूर्ण रहा। इरबा नौजवान कमिटी अध्यक्ष हुमायूं ऊर्फ नईम ने कहा दावत-ए- इफ्तार केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि आपसी प्रेम, सौहार्द और एकता का प्रतीक है। रमजान हमें त्याग, धैर्य और इंसानियत की सीख देता है, और इसी भावना के साथ हम यह आयोजन करते हैं। हमारी कोशिश रहेगी कि समाज में भाईचारे को और मजबूत किया जाए, ताकि हर धर्म और समुदाय के लोग एक-दूसरे के सुख-दुःख में सहभागी बन सकें।उन्होंने आगे कहा हम भविष्य में भी इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित करते रहेंगे, ताकि समाज में आपसी सौहार्द और भाईचारे की भावना और प्रबल हो।




