जागता झारखंड संवाददाता सुबोध राम ,केरसई, सिमडेगा : केरसई प्रखंड अंतर्गत बासेन बखरीटोली में सात दिवसीय गोंडवाना समर कैंप का समापन युवा सम्मेलन के साथ किया गया। कैंप में करीब 500 प्रतिभागी और 50 से अधिक प्रशिक्षक शामिल हुए, जहाँ बच्चों को शारीरिक, बौद्धिक और मानसिक विकास हेतु इंडोर और आउटडोर गतिविधियों के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण देने के लिए झारखंड के अलावा छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों से विभिन्न खेलों के प्रशिक्षक शामिल हुए।युवा सम्मेलन की शुरुआत ग्राम बासेन बखरीटोली के पाहन द्वारा पूजा-अर्चना से की गई। मंचीय कार्यक्रम में पहला सत्र “युवा सत्र” के रूप में आयोजित किया गया, जहाँ 84 युवाओं ने मंच पर आकर समाज की दशा-दिशा और आने वाली चुनौतियों पर अपने विचार रखे। युवाओं ने आधुनिक समाज में पारंपरिक व्यवस्थाओं के सामंजस्य और नई तकनीकों को स्वीकारने जैसे विषयों पर विचार प्रस्तुत किए।मुख्य मंचीय कार्यक्रम में सर्वप्रथम प्रतिभागियों द्वारा समर कैंप में सीखी गई ताइकांडो, सिलम्बम, योग जैसी विधाओं का प्रदर्शन अभिभावकों के समक्ष किया गया।युवा सम्मेलन के मुख्य अतिथि श्री मुकेश बेसरा ने संबोधित करते हुए कहा कि समाज के विकास में युवाओं की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है। उन्होंने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पढ़ाई कर नौकरी पाना ही शिक्षा का उद्देश्य नहीं है, बल्कि यह नैतिक विकास और एक अच्छे इंसान बनने का मार्ग है।विशिष्ट अतिथि श्री रामप्रसाद साय ने समर कैंप की सराहना करते हुए कहा कि युवाओं के बौद्धिक और नैतिक विकास के लिए इस प्रकार के आयोजन अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा, “मैं पहली बार इस कार्यक्रम में शामिल हुआ हूँ, लेकिन कैंप की गतिविधियों को देखकर एक सुखद अनुभव प्राप्त हुआ।”सम्मेलन में प्रफुल बेसरा, मोहनाथ प्रधान, रजनी मांझी, देवसिंह मांझी, माधुरी देवी, सुनीता देवी, कमलेश्वर मांझी, राजनाथ मांझी, के.के. सांडिल्य, भुनेश्वर बेसरा और गजेंद्र मांझी ने भी अपने विचार रखे।ज्ञात हो कि इस कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का भी आयोजन किया गया, जिसमें गोटूल केंद्र फरसापानी, अंबाटोली और नवाटोली के बच्चों ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिन्हें अतिथियों ने भरपूर सराहना दी।बाहरी कलाकारों में लालधन नायक, बीरबल नायक, रूपेश बड़ाईक और मेनो देवी ने अपने गीतों से रातभर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।गोंडवाना समर कैंप एक सामाजिक स्तर पर आयोजित होने वाला ऐतिहासिक आयोजन है। इस कैंप में छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश से प्रतिभागी शामिल हुए।सम्मेलन की सुबह सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया और अंत में सामूहिक रेलापाटा नृत्य के साथ गोंडवाना समर कैंप सह युवा सम्मेलन का भव्य समापन हुआ।कैंप को सफल बनाने में गोंडवाना आदिवासी कल्याण एवं विकास मंच, सिमडेगा, गोंडवाना छात्र संघ सिमडेगा और महल्ला समिति बासेन बखरीटोली के पदाधिकारियों एवं सदस्यों का विशेष योगदान रहा।


