जागता झारखंड संवाददाता नेमतुल्ला हजारीबाग : केन्द्रीय सरना स्थल सिरम टोली को बचाने की मांग को लेकर 22 मार्च 2025 को राजधानी रांची बंद और 21 मार्च 2025 को मशाल जुलूस आयोजित किया जाएगा। इस आंदोलन का उद्देश्य फ्लाईओवर के रूट को हटाने तथा केन्द्रीय सरना स्थल की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। राष्ट्रीय आदिवासी छात्र संघ ने एक पत्र जारी कर इस आंदोलन का पूर्ण समर्थन व्यक्त किया है और संगठन के केन्द्रीय एवं जिला स्तर के पदाधिकारियों को इसमें सक्रिय भागीदारी निभाने का आह्वान किया है। संघ ने कहा कि यह केवल एक आंदोलन नहीं, बल्कि आदिवासी समाज की संस्कृति, आस्था और पहचान की रक्षा की लड़ाई है। राष्ट्रीय महासचिव विक्की कुमार धान ने कहा कि सरना स्थल हमारी आस्था का प्रतीक है, जिसे बचाने के लिए हम सबको एकजुट होना होगा। सरकार को इस पर आदिवासी समाज की भावनाओं को देखते हुए पुनर्विचार करने की जरूरत है और अविलंब इस परियोजना के रूट में बदलाव करना चाहिए। संघ ने सभी आदिवासी संगठनों, छात्र संघों और नागरिकों से अपील की है कि वे इस संघर्ष में अपना योगदान दें और सरना स्थल की रक्षा हेतु एकजुट हों।
