प्रदीप मंडल जागता झारखंड राजमहल संवाददाता राजमहल प्रखंड अंतर्गत मॉडल कॉलेज राजमहल और वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग साहिबगंज के संयुक्त तत्वावधान में वन दिवस के उपलक्ष्य में मॉडल कॉलेज राजमहल में प्राचार्य डॉ. रणजीत कुमार सिंह की अध्यक्षता में वन दिवस पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। प्राचार्य डॉ रणजीत ने अपने भाषण में समाज में वन के महत्व को बताते हुए कहा कि हमारे पारिस्थितिकी तंत्र के लिए वन का महत्व बहुत ज़रूरी हैं। जैव विविधता, पर्यावरण जल जीव जंतु वनस्पति और समाज के लिए वन को बचाना बहुत जरूरी है। आज तकनीकी के इस युग में जंगल काटे जा रहे हैं और इसका असर साफ तौर पर समाज में परिलक्षित होता है। वन पृथ्वी के एक तिहाई भूभाग को कवर करते हैं। लगभग 1.6 बिलियन लोग अपनी आजीविका, दवाओं, ईंधन, भोजन और आश्रय के लिए वनों पर निर्भर हैं। वन का 80 प्रतिशत से अधिक भूमि जानवरों, कीड़ों और पौधों का घर भी हैं। पृथ्वी पर सभी जंगलों में 3 ट्रिलियन पेड़ हैं। वनों को पेड़ों के एक बड़े समूह के रूप में परिभाषित किया जाता है। इसीलिए मानव जीवन के साथ-साथ जीव-जंतुओं के लिए भी वन का अपना एक महत्व है। समाज को जीवन व जीवन्त रूप से चलाने में वन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। प्राचार्य डॉ. सिंह की देख-रेख में मॉडल कॉलेज राजमहल और वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, साहिबगंज के संयुक्त तत्वावधान मॉडल कॉलेज परिसर में 30 फलदार पेड़ लगाए गए और प्राचार्य डॉ. सिंह ने डीएफओ प्रबल गर्ग और वन्य विभाग का आभार जताया की उनके द्वारा 35 फलदार पेड़ दिए गए जिसमें चीकू नींबू कटहल चेरी अमरूद अन्य पेड़ लगाए गए। अध्यक्षता में बाबा ओम प्रकाश प्रजापति, वन विभाग के राजा पासवान , मॉडल कॉलेज के सभी प्राध्यापकगण, कर्मचारीगण और दर्जनों छात्र छात्राओं ने यह संकल्प लिया कि हम प्रकृति पर्यावरण वातावरण को शुद्ध रखने के लिए एक पेड़ लगाएंगे और दूसरों से भी ‘एक पेड़ परिवार के नाम’ पर लगाने के लिए कहेंगे। साथ जल दिवस के पूर्व संध्या पर सभी छात्र छात्राओं युवा पीढ़ी को अनुशासित जल का उपयोग करें और जल बचाए संरक्षण भविष्य के पीढ़ी के लिए करें। कार्यक्रम का संचालन डॉ अमित कुमार हिंदी विभाग व धन्यवाद डॉ अरबिंद कुमार पांडे ने किया।इसी संकल्प के साथ प्राचार्य की अनुमति से इस विचार गोष्ठी का समापन किया गया।
