सौरभ भगत जागता झारखंड संवाददाता।
अमडा़पाडा़-पुत्र की मंगलकामना को लेकर शुक्रवार को जिउतिया पर्व प्रखंड सहित ग्रामीण क्षेत्रों में पारंपरिक श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। माताओं ने स्नान ध्यान के बाद व्रत कथा सुनी और अपने पुत्रों के दीघार्यु की कामना की।दरअसल,एक मां अपने पुत्रों के कल्याण के लिए कितना त्याग करती है,इसका उदाहरण है जिउतिया पर्व। वहीं पंडित शंभूनाथ झा ने बताया कि हिन्दू धर्म में इस पर्व को सभी जाति के लोग मानते हैं।श्री झा ने इससे जुड़ी कथाओं के संबंध में बताया कि इसमें कई लोक कथाएं हैं। इसमें एक कथा चील व सियारिन की है। प्राचीन समय में जंगल में एक चील और सियारिन रहा करते थे।और वह दोनों में काफी ज्यादा मित्रता था।दोनों ने कुछ स्त्रियों को इस व्रत करते देखा। उसने प्रण किया कि वे भी इस व्रत को करेंगे।दोनों ने व्रत प्रारंभ किया।वहीं व्रत करते समय भूख के कारण सियारिन की हालत खराब हो गई। और वह भूख बर्दाश्त नहीं कर पाई और चुपके से जाकर भोजन कर ली। और बाद में नतीजा यह निकला की सियारिन के जितने भी बच्चे जन्म लिए वह कुछ ही दिनों में मृत्यु हो गए। जबकि चील के बच्चों को दीर्घ जीवन मिला।इसके अलावा इस व्रत के साथ जीवित्पुत्रिका व्रत की कथा सुनी जाती है। इस कथा में कहा गया है कि गंधर्वों के राजकुमार का नाम जीमूतवाहन था। और वह एक जंगल में भ्रमण कर रहा था। और वहां उसे एक विलाप करती वृद्धा दिखी। उसके रोने का कारण पूछने पर उसने कहा कि वह नागवंश की स्त्री है। गरुड़ को भोजन देने के लिए उसके पास अपने पुत्र के अलावा और कुछ नहीं है। राजकुमार ने को वचन दिया कि वृद्धा को वचन दिया कि वह उसके पुत्र को बचाएगा। उसके बाद वह स्वयं लाल कपड़े मैं लिपट कर गरुड़ के सामने लेट गया। गरुड़ आए और वह उसे उठाकर पहाड़ पर ले गए। चंगूल में फंसे व्यक्ति की कोई प्रतिक्रिया न देखकर गरुड़ ने उससे उसका परिचय पूछा। वहीं जीमूतवाहन ने गरुड़ को पूरी जानकारी दी। गरुड़ ने जीमूतवाहन की बहादुरी और परोपकार की भावना को देखकर जीवन दान दे दिया और नागों की बलि ना लेनें का वरदान भी दिया।पुत्र को जीवन दान मिलने से इस व्रत को जीवित्पुत्रिका का व्रत के रूप में मनाया जाता है।
मीडिया कोषांग गुरुवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारी श्री मनीष कुमार की अध्यक्षता में स्वीप कार्यक्रम… Read More
पाकुड़ करेगा वोट 20 नवम्बर को वोट डालने जाना है, अपना फर्ज निभाना है विधानसभा… Read More
जागता झारखंड संवाददाता पाकुड़िया (पाकुड़) थाना क्षेत्र के उत्क्रमित उच्च विद्यालय पलियादाहा में कम्प्यूटर कक्ष… Read More
जागता झारखंड संवाददाता लिट्टीपाड़ा /पाकुड़।थाना क्षेत्र के लिट्टीपाड़ा हिरणपुर मुख्य सड़क नवाडीह के समीप गुरुवार… Read More
नाबालिक युवती से दुष्कर्म के आरोपी को भेजा जेल जागता झारखंड संवाददाता लिट्टीपाड़ा /पाकुड़। नाबालिक… Read More