आइसा का 34वाँ स्थापना दिवस और विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया।

जागता झारखण्ड

मेदिनीनगर। पलामू जिले के सतबरवा प्रखंड स्थित मलय डैम के मैदान में ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन का 34वाँ स्थापना दिवस और विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में आदिवासी शहीद क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि देते हुए शुरुआत किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राज्य कमिटी सदस्य सह एनपीयू प्रभारी अभय सिंह ने कहा कि आइसा आज अपना 34वाँ वर्ष संघर्ष की पूरी कर रहा है। आइसा का गठन 9 अगस्त 1990 को हुआ था तब से अब तक आइसा छात्रों के बुलंद आवाज के रूप में अपना पहचान कायम की है। झारखंड में आइसा लगातार छात्रवृति,फीस बढोतरी और तमाम शैक्षिण व्यवस्था में लापरवाही के खिलाफ तथा सस्ती और गुणवतापूर्ण शिक्षा के लिए संघर्ष कर सबसे बड़े क्रांतिकारी संगठन के रूप में पहचान बनाई है।कार्यक्रम में बेहतर और गुणवतापूर्ण शिक्षा हेतु संघर्ष पर चर्चा की गई। मौके पर मुख्य रूप से उपस्थित आइसा झारखंड के उपाध्यक्ष रंजीत कुमार सिंह ने कहा कि आज हमे अपने आदिवासी पुरखा के विरासत को बचाना है। सत्ता में बैठे लोग धीरे धीरे सब कुछ बेच देंगे। जिस जल,जंगल, जमीन को आदिवासियों ने बचा कर रखा, आज सरकार उन से छीनकर पूंजीपतियों के हवाले कर रही है। आदिवासी प्राकृतिक पूजक होते है वो हमेशा से जंगल और खनिज संपदा को संरक्षित कर रहे हैं। लेकिन आज इन्हे बेदखल किया जा रहा है। मणिपुर की घटना झकझोर देने वाली है जहा एक आदिवासी महिला को निर्वस्त्र करके सरेआम बाजार में जुलूस निकाला जाता है। लेकिन केंद्र सरकार पूरी तरह से मौन रही। शिक्षा की वही हालात है। स्कूलों में पर्याप्त शिक्षक नही है। विश्वविद्यालय का नियमित सत्र नही है। ऊपर से नई शिक्षा नीति आदिवासियों को बाहर करने का नीति है। कॉलेजों में लगातार फीस बढ़ोतरी हो रही है।

वही आरती कुमारी ने कहा कि सतबरवा में लगातार आदिवासियों के साथ दोहन हो रहा है। हर जगह पर भ्रष्टाचार फैला हुआ है। सर्वोदय स्कूल में 300 रुपया प्रति छात्र पैसा लेकर सौ रुपए की रशीद दी जा रही है। पर्याप्त शिक्षक नही है। पानी और शौचालय की व्यवस्था नहीं है।

रामसहाय कुमार ने कहा कि सरकार लगातार आदिवासियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। फोर लेन में सबसे ज्यादा जमीन आदिवासियों का जा रहा है लेकिन मुआवजा राशि में भारी कटौती है। ये सब जानबूझकर किया जा रहा है क्योंकि आदिवासी समाज में खास कर ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता नही है। कल्याण विभाग से मिलने वाली सुविधा गरीबों तक पहुंच नही रही है। आइसा हर समुदाय के बीच जाएगी और हर छात्रों को जोड़ने की प्रयास करेगी।

मौके पर समीर, विक्रम,सिद्धार्थ ,अनुपमा, ज्योति,प्रिंस,पंकज,बॉबी,संगीता समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।

Recent Posts

एनटीपीसी नॉर्थ करणपुरा द्वारा स्वच्छता ही सेवा अभियान ,

मनाया गया । उत्साहपूर्वक,सभी कर्मचारियों ने एक साथ स्वच्छता शपथ ग्रहण लिया एनटीपीसी में एक पेड़… Read More

6 hours ago

भागलपुर से जागता झारखंड संवाददाता सैयद रियाज अहमद भागलपुर 18 सितम्बर 2024, खेल विभाग, बिहार… Read More

6 hours ago

डुमरी में लगातार हो रही वारिश के कारण दर्जनों घर हुए ध्वस्त।

जागता झारखंड संवाददाता विक्की कुमार चैनपुर/गुमलाडुमरी (गुमला)। डुमरी प्रखंड के खेतली, मझगांव,उदनी सहित कई ग्राम… Read More

6 hours ago

भारी बारिश ने मचाई तबाही

जागता झारखंड नरेंद्र कुमार ब्यूरो लातेहारचंदवा । प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत पिछले दिनों हुई मूसलाधार बारिश… Read More

6 hours ago

ट्रक व टोटो के बीच आमने सामने टक्कर से टोटो चालक सहित यात्री जख्मी

जागता झारखण्ड संवाददाता पाकुड़िया (पाकुड़) पाकुड़िया से दुमका जानेवाली पीडब्ल्यूडी मुख्य पथ पर  बालको गांव… Read More

6 hours ago

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम को लेकर बैठक  हुई

जागता झारखण्ड संवाददाता पिंटू कुमार मंडल हिरणपुर (पाकुड): राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस को लेकर बुधवार… Read More

6 hours ago