Categories: JHARKHANDsahibganj

गंगा घाट पर चलाया गया  स्वच्छता अभियान


बचन कुमार पाठक, जागता झारखंड, ब्यूरो, साहिबगंज।

साहिबगंज। भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत  “स्वच्छता ही सेवा 2024” गंगा विचार मंच के वॉलिंटियर ने साहिबगंज शहर के बीच स्थित मुक्तेश्वर धाम गंगा घाट पर स्वच्छता अभियान चलाया गया।
इस सफाई अभियान के नियमित गंगा विचार मंच के प्रदेश संयोजक धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि मां गंगा नदी हमारे जीवन का अभिन्न अंग हैं गंगा नदी जीवन दायिनी हैं। प्राकृतिक रुप से बहुत सारे जीव-जन्तु और प्राणी जल के लिए नदियों में रहती है कहा जाय पर्नरूप से गंगा नदी पर निर्भर हैं ।लेकिन पर्यावरण में फैलता हुआ प्रदूषण नदियों के लिए अभिषाप बन गया है ।सबको जीवन देने वाली नदियों का अस्तित्व खुद खतरें में हैं। कुछ नदियां अत्यधिक प्रदूषित हो चुकी हैं ,तो कुछ लुप्त होने की कगार पर हैं। ऐसे में नदियों का सरंक्षण करना अति आवश्यक और होमलोगो का परम कर्तव्यग है। औद्योगिक विकास, मानव द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण और कई स्वार्थ के कारण अनेक नदियां आज मृतप्राय होती जा रही हैं।प्रदूषित और बीमार इन नदियों को आज संरक्षित करने की जरूरत है विश्व की सभी प्राचीन सभ्यतायें नदियों के किनारे ही विकसित, पुष्पित और पल्लवित हुई है। नदियां जहां स्वच्छ जल का संवाहक होती हैं वहीं आखेट, कृषि, पशुपालन तथा यातायात का संवाहिका भी होती हैं। एशिया महाद्वीप का हिमालय पर्वत अनेक नदियों का उद्गम स्रोत है, गंगा, यमुना, सिन्धु, झेलम, चिनाव, रावी, सतलज, गोमती, घाघरा, राप्ती, कोसी, हुबली तथा ब्रहमपुत्र आदि सभी नदियों का उद्गम स्रोत हिमालय है ये सभी नदियां हिन्द महासागर में जाकर समाहित हो जाती है हिन्दू धर्म में मां गंगा को माता की तरह हितकारिणी नदियों को देवी के रूप में पूजा जाता है।*
           *इसके साथ ही उन्होंने गंगा नदी में स्नान कर रहे सभी लोगों से यह आग्रह भी किया कि सभी लोग गंगा नदी में साबुन सर्फ से अपने कपड़े को ना धोए और साथ ही साथ घरों की पूजा में इस्तेमाल किए गए सामानों को मां गंगा नदी में ना फेंके उन सभी सामानों को गंगा किनारे छोटा सा गड्ढा खोदकर उसमें डाल दें जिससे मां गंगा प्रदूषित होने से भी बची रहेगी। उन्होंने ये भी लोगों से आग्रह किया कि सभी लोग प्लास्टिक का प्रयोग न करें और उसके स्थान पर कपड़े वाले थैले का प्रयोग करें।*
प्रदेश संयोजक धर्मेंद्र कुमार ने जिला प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि वर्तमान में साहिबगंज जिला में कुल 16 घाट नमामि गंगे के द्वारा निर्माण कराया गया है किंतु देखभाल के अभाव में यह सभी जर्जर अवस्था में हैं सभी निर्मित 16 घाट को पर्यटन मॉडल के रूप में विकसित करते हुए यहां पर महिला एवं पुरुष के लिए अलग-अलग शौचालय एवं चेंजिंग रूम, बैठने के लिए चबूतरा, पर्याप्त मात्रा में अस्थाई कूड़ा दान की व्यवस्था की जाए ,हवन कुंड का निर्माण सहित सोलर वेस्ट लाइट की व्यवस्था हो । साथ ही साहिबगंज एवं राजमहल में बिजली चालित शवदाह गृह निर्माण करवाया जाए।
             *इस कार्यक्रम के अवसर पर वार्ड नंबर 2 के निवर्तमान वार्ड पार्षद सुशील भरतीया, दिनेश पाण्डे, दीपक कुमार, मुंगेरी मिश्रा, प्रो पुरोषत्तम मिश्रा, कुमार सार्थक इत्यादि लोग उपस्थित थे।*

Recent Posts

जिला जनसंपर्क कार्यालय, पाकुड़

मीडिया कोषांग गुरुवार को जिला निर्वाचन पदाधिकारी श्री मनीष कुमार की अध्यक्षता में स्वीप कार्यक्रम… Read More

4 hours ago

पाकुड़ करेगा वोट 20 नवम्बर को वोट डालने जाना है, अपना फर्ज निभाना है विधानसभा… Read More

5 hours ago

वोट करेगा पाकुड़ 20 नवम्बर को वोट डालने जाना है, अपना फर्ज निभाना है सबको… Read More

5 hours ago

कम्प्यूटर कक्ष का ताला तोड़कर चोरों ने कम्प्यूटर सेट का सामान की चोरी

जागता झारखंड संवाददाता पाकुड़िया (पाकुड़) थाना क्षेत्र के उत्क्रमित उच्च विद्यालय पलियादाहा में कम्प्यूटर कक्ष… Read More

5 hours ago

बस और टेम्पू के टक्कर से टेम्पू सवार घायल,प्राथमिक उपचार के बाद घायलों को किया पाकुड़ रेफर

जागता झारखंड संवाददाता लिट्टीपाड़ा /पाकुड़।थाना क्षेत्र के लिट्टीपाड़ा हिरणपुर मुख्य सड़क नवाडीह के समीप गुरुवार… Read More

5 hours ago

नाबालिक युवती से दुष्कर्म के आरोपी को भेजा जेल

नाबालिक युवती से दुष्कर्म के आरोपी को भेजा जेल जागता झारखंड संवाददाता लिट्टीपाड़ा /पाकुड़। नाबालिक… Read More

5 hours ago