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शिक्षा और समयबद्ध कार्य व्यक्तित्व को बनाता बेहतर

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बचन कुमार पाठक जागता झारखंड : शिक्षा और समय दोनों एक दूसरे के पूरक हैं, दोनों का जीवन में पालन कर कोई भी एक बेहतर इंसान बन सकता है। शिक्षा लोगों को अधिक सभ्य और बुद्धिमान बनाती है। हमें सामाजिक वातावरण में जीने के लिए बेहतर स्थिति बनाने में मदद करती है। शिक्षा जीवन में एक अच्छा डॉक्टर, इंजीनियर, अधिकारी, पायलट, शिक्षक, न्यायविद न जाने और क्या-क्या बनाने में सहयोग करती है। शिक्षा का आभाव में समाज में आए दिन जाति,धर्म, उच्च नीच का भेद भाव देखने को मिलता है।अगर शिक्षा ही ऐसा माध्यम है,सामाजिक माहौल को बदलने में अपनी अहम भूमिका निभाने में मदद करती है।अगर शिक्षा को हम नियमित दिनचर्या में शामिल कर लें तो जीवन का लक्ष्य इससे पूरा किया जा सकता है। शिक्षा विश्व की सबसे सशक्त शक्ति है। शिक्षा मानव जीवन की दिशा एवं दशा बदल देती है। मानव सृष्टि की वह स्त्रोतम कृति है। जिसकी तुलना संसार के किसी भी जीव, जंतु व प्राणी से नहीं की जा सकती है। शिक्षा व्यक्ति के सर्वाधिक विकास का अस्त्र माना जाता है। जिसमें ज्ञान, कौशल और मूल्यों का विकास होता है। यह छात्रों के जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करने और समाज में सकारात्मक योगदान देने के लिए उन्हें तैयार करती है।
अब हम बात करते हैं समय की। समय एक निरंतर प्रवाह धारा है, जो अतीत से वर्तमान और भविष्य की ओर गतिमान है। समय का एक मापदंड है, जिसे सेकंड, मिनट, घंटे, दिन, महीना और वर्ष में मापा जाता है। समय को ऐसे जाने, जिसके दौरान घटना घटती है, घट चुकी है या घटने वाली है, यह सदैव बहती रहती है। समय के मापने की सबसे छोटी इकाई सेकंड, मिनट यानी 60 सेकंड का 1 मिनट होता है। वहीं 60 मिनट का एक घंटा होता है एवं 24 घंटे का एक दिन होता है। 30 या 31 दिनों का एक महीना होता है और 12 महीने एक वर्ष होता है। हम सभी भली भांति इससे परिचित हैं। समय के मापदंड का हमारे व्यतीत होने वाले जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान है। हम समय का उपयोग यह जानने के लिए करते हैं कि कब उठाना है, कब काम पर जाना है, कब खाना है और कब सोना है।
समय और शिक्षा के बीच एक गहरा संबंध होता है। समय और शिक्षा का सही उपयोग व्यक्ति को एक सफल इंसान बनने में मदद करता है। ऐसे कहें, अगर दोनों को अपने जीवन में उतार लें तो व्यक्ति को सफल बनने से कोई रोक नहीं सकता है।
समय और शिक्षा का पालन जीवन में सफलता की कुंजी है। समय का सदुपयोग और शिक्षा का सही ज्ञान दोनों मिलकर व्यक्ति को जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने में सहयोग करता है। इसलिए हमेशा हमें दिनचर्या, पढ़ाई और आराम के लिए समयबद्ध योजना बनानी चाहिए। महत्वपूर्ण कार्य को पहले करें और गैर जरूरी कार्य को कम करें। सोशल मीडिया टीवी और अन्य विकर्षणों से बचना चाहिए। खाली समय का प्रयोग रचनात्मक कार्यों, शौक या आराम के लिए करें। हमें समय पर अपना काम करना, सोना और उठाना एक स्वस्थ दिनचर्या का पालन करना चाहिए। ज्ञान और कौशल को बढ़ाने के लिए कुछ ना कुछ सीखते रहना चाहिए। इसके लिए किताबें पढ़ें, ऑनलाइन कोर्स करें और अनुभवी लोगों से मार्गदर्शन लें। जो भी सीखें जीवन में अमल करें। शिक्षा को अपने जीवन का अभिन्न अंग बनाएं। शिक्षा के प्रति सकारात्मक सोच रखें। हमेशा कुछ ना कुछ नया सीखने की कोशिश करें। समय और शिक्षा का सही तालमेल व्यक्ति को न केवल व्यक्तिगत रूप से सफल बनाता है, बल्कि समाज के विकास में योगदान देता है। जितने भी महापुरुष महान बने, उनके पीछे उनकी कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प, सकारात्मक सोच, समयबद्ध कार्य योजना और दूसरे के प्रति सम्मान की विचारधारा ही रही। उन्होंने अपने लक्ष्य को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया और उन्हें प्राप्त करने के लिए समयबद्ध योजना बनाकर मेहनत कर महान के शिखर को हासिल किया। इसके अलावा उन्होंने दूसरों से सीखने की इच्छा रखी और अपनी गलतियों से सीखा। महात्मा गांधी ने भारत के स्वतंत्रता के लिए अहिंसा और सत्याग्रह का मार्ग अपनाया। उन्होंने अपने जीवन को देश के लिए समर्पित कर दिया और अपने सिद्धांतों पर अडिग रहे। इसी तरह डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम ने भारत को मिसाइल तकनिक में आत्मनिर्भर बनाने के लिए कड़ी मेहनत की। उन्होंने अपने जीवन में गरीबी और मुश्किल परिस्थितियों का सामना किया, मेहनत और समर्पण से देश को एक नई दिशा दी। एक अच्छे विद्यार्थी जीवन में समय का पाबंद, अनुशासित, मेहनती, सीखने के लिए उत्सुक, ईमानदार, सकारात्मक, मददगार, जिज्ञासु, आत्मविश्वस जैसे गुण अपनाकर ही बेहतर इंसान बन सकता है। इन गुणों को विकसित करके एक छात्र न केवल अपनी शैक्षणिक यात्रा में सफल हो सकता है, बल्कि एक बेहतर इंसान बन सकता है। अंत में समय और शिक्षा का पालन जीवन में सफलता के लिए आवश्यक है। समय का सदुपयोग करने के लिए एक समय सारणी बनाएं। अपनी प्राथमिकताओं को समझें और उनका पालन करें तभी एक बेहतर इंसान बन सकते हैं।

Jagta Jharkhand
Author: Jagta Jharkhand

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