शहजाद अनवर गुमला।
विकास भवन सभागार में उप विकास आयुक्तहेमन्त सती की अध्यक्षता में जिला स्तरीय पोषण टास्क फोर्स की बैठक संपन्न हुई।
बैठक में विभिन्न विभागों के समन्वय से कुपोषण और एनीमिया नियंत्रण हेतु विभिन्न चुनौतियों पर चर्चा की गई।
मौके पर उप विकास आयुक्त ने कहा कि जिले को कुपोषण और एनीमिया मुक्त बनाने हेतु विशेष रुप से स्वच्छ पेय जल एवं वातावरण की स्वच्छता अति आवश्यक है। उन्होंने कहा कि पानी के जमाव होने से कई प्रकार की बीमारी पनपती है अतः पानी के जमाव घर एवं आसपास के क्षेत्रों में नहीं होने देने पर जन जागरूकता कार्यक्रम चलाने की बात कही। पानी के जमाव नहीं होने से डायरिया,कुपोषण और एनीमिया पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
बैठक को संबोधित करते हुए सदर अनुमंडल पदाधिकारी रवि जैन ने कहा कि पोषण टास्क फोर्स का प्रखंड स्तरीय बैठक कुपोषण मुक्ति हेतु एक अत्यंत महत्वपूर्ण मंच साबित हो सकता है। स्वास्थ्य विभाग को विशेषकर टीकाकरण, प्रसव, पूर्व जांच एवं संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए आईसीडीएस के साथ समन्वय बनाकर काम करने से अच्छे नतीजे प्राप्त हो सकते हैं।
इस दौरान फाइलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम के अभिषेक मिश्रा और एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के फेलो श्री आशीष प्रसाद और एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के डिस्टिक कोऑर्डिनेटर राजेश शर्मा ने भी संबोधित करते हुए सभी को उक्त विषयों से संबंधित आवश्यक जानकारी दी।
बैठक में विशेषकर समाज कल्याण निदेशालय से तकनीकी सलाहकार माधवेश कुमार एवं श्री मृत्युंजय कुमार ने पोषण ट्रैकर एप में आने वाली समस्याओं का निराकरण किया एवं सुधार के लगभग 10 बिंदुओं पर चर्चा की।
वहीं बैठक में उपस्थित जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा स्कूली बच्चों मैं कुपोषण एनीमिया दूर करने के लिए बनाई गई भविष्य की रणनीति पर चर्चा की गई।
अंत में बैठक में उपस्थित अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा कुपोषण एनीमिया नियंत्रण हेतु स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों आईसीडीएस प्राप्त आंकड़ों को मिलाकर रणनीति बनाकर काम करने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
बैठक में मुख्य रूप से अनुमंडल पदाधिकारी सदर रवि जैन , सहायक समाहर्ता आशीष कुमार , जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा , डिस्टिक पोषण टास्क फोर्स के सदस्यों सहित सीडीपीओ महिला पर्यवेक्षिका एवं समाज कल्याण निदेशालय से तकनीकी सलाहकार माधवेश कुमार एवं मृत्युंजय कुमार शामिल हुए।