जागता झारखण्ड

जातीय मोह से ग्रस्त समाज धर्म निरपेक्ष नहीं हो सकता

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जागता झारखंड संपादक :डॉक्टर कृपाशंकर अवस्थी

देश में जलने लगे,आखिर संसद की बैठक बुलाकर माननीय सर्वोच्च न्यायालय के उस निर्णय को पलट डाला गया जिसमें कहा गया था,अनुसूचित जाति, जनजाति मामले में जाँच के बिना किसी की गिरफ्तारी नहीं होनी चाहिए, जबकि जाँच उसी वर्ग के लोग ही करेंगे.हद तो यह हुई कि सारी राजनितिक पार्टियां जैसे शाहबानो के मामले में माननीय सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पलटे जाने पर खामोश रहीं, इसबार भी सभी दल चुप्पी साधे रहे.और तो और ऐसे क्रन्तिकारी नेता को बाद में देश के सर्वोच्च पुरष्कार भारत रत्न से नवाजा भी गया.देश को जाति के नाम पर आग में झोंकनेऔर गृहयुद्ध की स्तिथि तक़ ले जाने वाले नेता को ऎसा सम्मान क्यों समझ से परे है,देश हैरान है कि सन सत्तर के बाद लगभग हर मंत्रिमंडल में शामिल रहे ऐसे मौसम पारखी नेता को ऎसा सम्मान मिला जिन्हे अपनेजाति कि पत्नियां तक़ बदल लेने का शौक था.यह देश कि विडंबना है कि धर्म के प्रति हमें निरपेक्षता का पाठ पढ़ाया जाता है,परन्तु जाति के प्रति आसक्ति भाव बनाए रखने को प्रोत्साहित किया जाता है,मंत्रिमंडल बनाने तक़ में योग्यता नहीं जाति को महत्व दिया जाता है, जातीय मोह से ग्रस्त समाज धर्म निरपेक्ष नहीं बन सकता,यह तब और असम्भव हो जाता है जब जाति आधारित रेवड़ियाँ खुले आम ऐलान के साथ बांटी जाति हों. बांटो और राज करो फॉर्मूले कि थीम से जबतक हम ईमानदारी से अलग नहीं होंगे, एक धर्म निरपेक्ष राज्य हमारा सपना ही रहेगा.

विस्थापितों को कोल कंपनी द्वारा छलने की शिकायत पर विधायकों की जांच टीम पहुंची अमड़ापाड़ा

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जागता झारखण्ड संवाददाता।
अमड़ापाड़ा: पचुवाडा नॉर्थ कॉल ब्लॉक के खनन क्षेत्र आलूबेडा में गुरुवार को विधानसभा में विस्थापितों को कोल कंपनी द्वारा छलने की शिकायत लिट्टीपाड़ा विधानसभा के विधायक दिनेश विलियम मरांडी ने बीते विधानसभा सत्र में की थी जिसको लेकर झारखंड विधानसभा ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए विधानसभा के द्वारा टीम गठित कर जांच के लिए पचवारा नॉर्थ कॉल ब्लॉक पहुँची गठित जाँच टीम,
जाँच टीम में मौजूद गांडे विधानसभा के विधायक डॉ सरफराज अहमद, गोड्डा विधानसभा विधायक अमित कुमार मंडल, कांके विधानसभा विधायक समरी लाल, खिजरी विधानसभा विधायक राजेश कच्छप, ने पहले बीजीआर इंफ्रा लिमिटेड के द्वारा बिशनपुर गांव के विस्थापित के मिलने वाले सीएसआर के तहत पुनर्वास हुए विस्थापितो की कॉलोनी देखने पहुंचे जहां हुए विस्थापितों की कॉलोनी देख संतुष्ट हुए लेकिन विस्थापितों की कॉलोनी की दीवारें क्रैक पाया जिस पर बीजीआर प्रबंधक ने ब्लास्टिंग का हवाला दिया और बताया शायद जमीन कंपन के कारण क्रैक हो गई होगी जिसे आगे ध्यान में रखा जाएगा। इसके पश्चात गठित टीम सदस्यों ने बीजीआर स्थित कैंप पहुंचे जहां डब्ल्यूबीपीडीसीएल,डीबीएल व बीजीआर के अधिकारियो के साथ सीएसआर के तहत मिलने वाली सुभिधा के बारे में जाना, और यह निर्देश दिया कि कंपनी अपने कार्य को करे लेकिन विस्थापितो के अधिकारों का हनन न हो इसका 30 वर्षो तक इनकी मूलभूत सुभिधा को ध्यान में रखे।
वही गोड्डा विधायक अमित कुमार मंडल ने कंपनी को यह कहा की कंपनी द्वारा एक हाईवे में कितने टन कोयल दी जाती है जिसमें कॉल कंपनी के अधिकारियों ने लगभग 32 टन की बात कहीं तो माननीय विधायक ने यह सवाल किया की जब 32 टन कोयले दी जाती है तो हर हाईवा में कोयले लोड करने वाली जगह के ऊपर साइड में क्यू अलग से जोड़ा गया है ताकि ओवर लोड को बढ़ावा दिया जाय,और कहा यह चीज़ हर जगह हाइवा में खुलेआम जहाँ ताहा देखा जा सकता है, जिसपर कंपनी के अधिकारियों ने कहा अगर ऐसा है तो यह गलत है मुझे नहीं पता यह क्यू जोड़ा जाता है।

वही खिजरी विधायक ने भी कंपनी के अधिकारियों को विस्थापितो के हर समस्या को ध्यान में रखते हुए उनका ख्याल रखने का निर्देश दिया।
अंततः सभी बिंदुओं पर जांच कर सभापति महोदय ने कंपनी के अधिकारियों को सीएसआर के तहत मिलने वाली सुविधा एवं विस्थापित हुए 10 गांव की सूची एवं विभिन्न दस्तावेज लेकर अगले आदेश मिलने तक रांची आने का निर्देश दिया।
मौके पर प्रखंड बिकास पदाधिकारी कुमार देवेश द्विवेदी,पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी गोपाल कृष्ण यादव,बीजीआर के वाइस प्रेसिडेंट अनिल रेड्डी ,पीआरओ संजय बेसरा,डीपीएल के एचआर प्रिंस कुमार, सहित डब्ल्यूबीपीडीसीएल व बीजीआर के विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।

सामाजिक विकृति के कारण एवं निवारण

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आफ़्ताबुद्दीन सलाफी

विचारों की पारस्परिक अभिव्यक्ति दूसरों के मन को प्रेरित करती है क्योंकि यह समस्याओं को हल करने के लिए मानव संघर्ष को प्रेरित करती है। मुझे यह देखकर खुशी होती है कि समाज में समझदार लोग हैं और यह भविष्य के लिए अच्छी बात है। क्योंकि समाज का विनाश तब होता है जब समझ रखने वाले लोग सुन्न हो जाते हैं और समाज की हर क्रूरता और क्रूरता से निपटने के बजाय खुद को उसका आदी बनाने लगते हैं।मौलाना अबुल कलाम आज़ाद, जिनसे हमारे धार्मिक समूह जुड़कर अपना “कद” बढ़ाने में लगे हुए हैं, लेकिन उनकी अनमोल बातों पर कम ध्यान देते हैं, कहते हैं कि “सबसे निकृष्ट गुलामी तब होती है जब गुलाम को पता ही न हो कि मैं भी गुलाम हूं “
आइए अपनी राय व्यक्त करने के लिए आगे बढ़ते हैं। दरअसल, जब किसी मरीज को कोई बीमारी होती है, तो डॉक्टर के लिए जरूरी है कि वह पहले बीमारी का निदान करे और फिर उसका इलाज करे। निदान से पहले इलाज बताने से बीमारी बढ़ सकती है। इसी प्रकार, समाज विभिन्न प्रकार की बीमारियों से पीड़ित हो सकता है, इसलिए पहले बीमारी का निदान करना और फिर उसके अनुसार उपचार निर्धारित करना आवश्यक है, लेकिन हमारा दुर्भाग्य है कि हमारा समाज शुरू से ही विभिन्न घातक बीमारियों से पीड़ित है। और दूसरा यह कि शुरू से ही इस बीमारी के निदान को गंभीरता से नहीं लिया गया और इसके कारणों पर विचार नहीं किया गया। यही कारण है कि हमारे समाज की यह बीमारी सुधरने के बजाय और अधिक घातक होती जा रही है।

आइए देखें कि हमारे समाज की गिरावट के कारण क्या हैं और इसकी जड़ क्या है।

1: आर्थिक असमानता

मेरी राय में किसी भी समाज में अपराध और ऐसी घटनाओं का मुख्य कारण देश में व्याप्त आर्थिक असमानता है, जिसके कारण समाज वर्गों में विभाजित हो गया है, समाज का एक वर्ग अमीर हो रहा है जबकि दूसरा वर्ग गरीब हो रहा है और गरीबी से त्रस्त वर्ग स्वयं को मानव स्तर से नीचे का प्राणी मानता है और हीनता की भावना से ग्रस्त है और अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए अपराधों में लिप्त होता है। पवित्र कुरान में, अल्लाह कहते हैं:
जो फै का माल़ अल्लाह ने अपने रसूल को बस्ती वालों दिया है वह माल अल्लाह, रसूल, रिश्तेदारों, अनाथों, मिस्किनों और राहगीरों के लिए है ताकि यह (धन) आपके अमीरों के बीच प्रसारित न हो… ( अल हशर:7)
समाज में आर्थिक संकट के कारण अपराधों के लिए जिम्मेदार वह वर्ग है जिसने राष्ट्र के सामूहिक आर्थिक संसाधनों पर कब्ज़ा कर लिया है और उनका प्रवाह अपनी ओर मोड़ लिया है। दुनिया की आधी आबादी लगभग चार अरब लोग गरीबी से नीचे जीवन यापन कर रहे हैं । अत्यंत सीमित वर्ग अन्य सभी संसाधनों पर कब्ज़ा कर रहा है और समाज को संसाधनों से वंचित कर रहा है। इमाम शाह वली अल्लाह कहते हैं कि “जीवन की विलासितापूर्ण व्यवस्था जिसमें कुछ व्यक्तियों या कुछ परिवारों की विलासिता के कारण धन के वितरण में व्यवधान होता है, देश के लिए विनाशकारी है और इसे जितनी जल्दी हो सके समाप्त कर दिया जाए।” लोगों को इस मुसीबत से मुक्ति मिलेगी.” अतः समाज की गिरावट का एक मुख्य कारण आर्थिक असमानता है।

2: शिक्षा व्यवस्था की खराबी

समाज की गिरावट का दूसरा कारण शिक्षा की जाति व्यवस्था है। किसी भी राष्ट्र के आध्यात्मिक एवं भौतिक विकास में उस राष्ट्र की शिक्षा व्यवस्था की मौलिक भूमिका होती है, जिसकी बदौलत राष्ट्र में चेतना का निर्माण होता है तथा उन्हें उच्च मूल्यों से प्रशिक्षित कर समाज के एक सर्वगुण सम्पन्न सदस्य के रूप में तैयार किया जाता है। व्यवस्था तो सभी भलीभांति समझते हैं कि ब्रिटिश साम्राज्यवाद ने यहां आकर हमारी शिक्षा व्यवस्था को धर्म और दुनिया के नाम पर बांट दिया और समाज में दो तरह के लोग पैदा कर दिये।
जबकि हमारी आधुनिक शिक्षा प्रणाली लॉर्ड मैकाले द्वारा बनाई गई है, जो आधुनिक समकालीन विज्ञान से बहुत पीछे है और लॉर्ड मैकाले का कहना है कि हमने उपमहाद्वीप को जो शिक्षा प्रणाली दी है उसका उद्देश्य उपमहाद्वीप में ब्रिटिश सरकारी तंत्र को चलाने के लिए क्लर्क पैदा करना है।
दूसरा वर्ग, जो धार्मिक विद्यालयों से जुड़ा हुआ है, आधुनिक और समसामयिक विज्ञान को दुनियावी विद्या कहकर प्राप्त नहीं करता है। ये लोग राजनीति, और समाजशास्त्र आदि संसार के प्रति उदासीन होते हैं। यही कारण है कि समाज में इन दोनों वर्गों के बीच दूरी है और यह निश्चित है कि जो समाज मानसिक एकता से वंचित है वह हमेशा अराजकता का शिकार रहता है, इसलिए शिक्षा प्रणाली समाज के बेहतर निर्माण में मौलिक भूमिका निभाती है .जिससे एक नये समाज का निर्माण होता है.लेकिन हमारे देश में इसका अस्तित्व नहीं है

3: गलत राजनीतिक व्यवस्था

तीसरी बात है राजनीतिक व्यवस्था के बारे में सबसे पहले राजनीति को समझना जरूरी है कि राजनीति क्या है? राजनीति का उद्देश्य किसी राष्ट्र को उसके दोषों, समस्याओं और अभावों से बाहर निकालकर समग्र विकास की ओर ले जाना है। इस अर्थ में मानवता की सेवा को राजनीति कहा जाता है, लेकिन यहां राजनीति का अर्थ अलग है और यह लूटपाट और नाजायज वर्चस्व का दूसरा नाम है। इसलिए राजनीति स्वार्थ और पाखंड का प्रतीक बन गई है। प्रचलित राजनीति के स्वरूप से लोग निराश हैं, यद्यपि राजनीति पैगम्बरों का मनसब है, हमारी राष्ट्रीय राजनीतिक व्यवस्था भी मैकाले के दर्शन पर आधारित है, जिसका उद्देश्य समाज में वर्गवाद पैदा करना है और इसका आधार पूंजीवाद है। केवल वे ही सदनों में पहुंच पाते हैं जिनके पास पूंजी की शक्ति होती है, चाहे वे समाज की समस्याओं से कितने भी अनभिज्ञ क्यों न हों। यही कारण है कि हमारे 98% सदनों में जमींदार, पूंजीपति और जमींदार शामिल हैं जिनकी गरीब जनता की समस्याओं से इसका कोई लेना-देना नहीं है जाहिर है गरीबी की समस्या वही जानता है जिसने गरीबी का दुःख सहा है। किसान का प्रतिनिधि ही किसान के विकास के लिए बेहतर कानून बना सकता है, लेकिन दुर्भाग्य से हम इस तरह की राजनीति से वंचित हैं। लेकिन… अब यह समझ लेना चाहिए कि ऊपर वर्णित समस्याएँ अपने आप में समस्याएँ नहीं हैं, बल्कि वे एक वास्तविक समस्या के कारण उत्पन्न हुई हैं और वह समस्या है हमारी प्रचलित सामंती और पूँजीवादी व्यवस्थासे अस्तित्व में आई है। यह व्यवस्था अपने से जुड़े होने के कारण आर्थिक समानता स्थापित नहीं कर सकती सामंतवाद का तत्व, धन की प्रचुरता और विलासिता को टिकाए रखने के लिए वे एक समान शिक्षा प्रणाली नहीं चाहते हैं। लोगों को जागना होगा और अपनी वास्तविक समस्याओं को समझना पड़ेगा और शोषणकारी प्रणाली को समाप्त करना होगा ताकि वास्तविक राजनीति देश में स्थापित किया जा सके और एक सामान्य सेवा वातावरण बनाएँ। निष्कर्ष यह है कि सामाजिक गिरावट में मुख्य भूमिका पूंजीवादी और सामंती व्यवस्था की है, इसलिए समाज के सुधार के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात इस व्यवस्था के उन्मूलन के लिए उपकरण तैयार करना होगा।

झारखंड विधानसभा की प्रश्न एवं ध्यान आकर्षण समिति ने कई विधानसभा क्षेत्र के विधायकों की उपस्थिति में जिला के सभी पदाधिकारी के साथ बैठक की

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जागता झारखंड ब्यूरो।
पाकुड़ : झारखंड विधानसभा की प्रश्न एवं ध्यानाकर्षण समिति ने बुधवार देर शाम को पाकुड़ परिसदन सभागार में विधायक गांडेय डॉक्टर सरफराज अहमद की अध्यक्षता में एवं गोड्डा अमित मंडल, कांके विधायक समरी लाल तथा खिजरी विधायक राजेश कच्छप की उपस्थिति में जिले के सभी विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक की।बैठक के दौरान झारखंड विधानसभा की प्रश्न एवं ध्यानाकर्षण समिति के द्वारा विभिन्न विभागों के संबंध में उठाए गए प्रश्न की समीक्षा की गई। बैठक के दौरान गोड्डा विधायक अमित मंडल के द्वारा कोल कम्पनियों के द्वारा जिला अंतर्गत सीएसआर के तहत क्या क्या गतिविधि संचालित की जा रही है, इसकी जानकारी ली और कम्पनियों को कहा कि प्रॉफिट के अनुसार दो प्रतिशत सीएसआर में खर्च करना एवं स्थानीय लोगों को ही रोजगार देंना सुनिश्चित करें। जिले में क्रियान्वित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा भी की गई। समीक्षा के दौरान विभिन्न विभागों, यथा: स्वास्थ्य, विशेष प्रमंडल समेत अन्य विभागों के पदाधिकारियों से संचालित योजनाओं की जानकारी ली गई। जिला, अनुमंडलों एवं अन्य सरकारी कार्यालय में विभिन्न पदों पर कार्यरत मानव बल किस एजेंसी अथवा आउटसोर्सिंग के तहत किस पद पर कितने वर्ष से कार्यरत हैं, इस संबंध में जिला नियोजन पदाधिकारी से जानकारी ली गई।
प्रश्न एवं ध्यान आकर्षण समिति के सदस्य विधायक कांके समरी लाल एवं खिजरी विधायक राजेश कच्छप के द्वारा झारखंड विधानसभा की प्रश्न एवं ध्यानाकर्षण से संबंधित विभिन्न विभागों के द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं की जानकारी लेकर आवश्यक दिशा -निर्देश दिए गए। इस संबंध में विधायकों के द्वारा जानकारी दी गई कि विधानसभा में सदस्यों के जो प्रश्न आते हैं और जिसका जवाब सरकार ने सदन के पटल पर दिया या जो सदस्य जवाब से संतुष्ट नहीं हैं या वैसे प्रश्न जिसका जवाब नहीं मिला, वैसे सभी प्रश्न समिति के पास आते हैं। समिति के सदस्य संबंधित जिले के भ्रमण के दौरान उपरोक्त प्रश्नों की समीक्षा कर उसका समाधान करने के लिए संबंधित जिला को निर्देशित करते हैं।बैठक में उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल, पुलिस अधीक्षक एच.पी.जनार्दनन, उप विकास आयुक्त मो० शाहिद अख्तर, सहायक समाहर्ता डॉ० कृष्णकांत कनवाड़िया, सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल, अपर समाहर्ता मंजू रानी स्वांसी, अनुमंडल पदाधिकारी हरिवंश पंडित, जिला परिवहन पदाधिकारी संजय पीएम कुजूर एवं संबंधित विभाग के पदाधिकारी उपस्थित थे।

किसान गोष्ठी का किया गया आयोजन

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जागता झारखंड ब्यूरो।
पाकुड़: गुरुवार को कृषि तकनीकी सूचना केंद्र लिट्टीपाड़ा कृषि तकनीकी सूचना केंद्र लिट्टीपाड़ा में आत्मा के द्वारा किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में किसानों को खरीफ फसल के प्रबंधन, कीट व्याधि से बचाव, रोग का नियंत्रण के बारे में सहायक तकनीकी प्रबंधक रामेश्वर मुर्मू एवं प्रखंड कृषि पदाधिकारी के.सी.दास के द्वारा जानकारी दी गई। किसान क्रेडिट कार्ड भरने हेतु किसान मित्रों को फार्म सही तरीका से भरने का तरीका बताया गया। पीएम किसान योजना के तहत छूटे हुए किसानों का ई-केवाईसी लैंड सीडींग, आधार सीडींग करवाने के बारे में बताया गया। झारखंड कृषि ऋण माफी योजना अंतर्गत छूटे हुए किसानों का ई-केवाईसी करवाने एवं विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में किसानों को विस्तृत रूप से जानकारी दिया गया।इस आयोजित किसान गोष्ठी में नीति आयोग के प्रतिनिधि एवं गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों सहित काफी संख्या में कृषक मित्र एवं किसान उपस्थित थे।

हिंदी दिवस

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विनोद तीर्थनी
आप सभी को हिंदी दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है हमारी पहचान है हमारी शान है इसलिए हिंदी को आगे बढ़ाना है उन्नति की राह पर ले जाना है हम एक दिन ही नहीं बल्कि नित्य हिंदी दिवस मनाना है।
जैसा की प्रति वर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है वैसे वर्ष 1918 में गांधी जी की अध्यक्षता में हिंदी साहित्य सम्मेलन में हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने को कहा गया था और 14 सितंबर 1949 के दिन संविधान सभा में एक मत से यह निर्णय लिया गया की 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाएगा
हिंदी हमारे दिल की भाषा है जो कश्मीर से कन्याकुमारी तक संसद से सड़कों तक साहित्य से लेकर सिनेमा तक हर जगह का कल बनकर हमारे सामने आती है हिंदी अपने आप में गौरवमई भाषा है।
एक बार अमेरिका में एक अमेरिका ने स्वामी विवेकानंद जी से सवाल पूछा How are you?स्वामी जी स्वामी जी ने कहा मैं अच्छा हूं अमेरिका को लगा शायद स्वामी जी को अंग्रेजी नहीं आती इसलिए उन्होंने टूटी-फूटी हिंदी में ही सवाल किया आपको भारत से यहां आकर कैसा लग रहा है इस बार स्वामी जी ने अंग्रेजी में कहा I am feeling good in your country and your country is beautiful. अमेरिका ने कहा मैं जब आपसे अंग्रेजी में सवाल किया तो आपने इसका जवाब हिंदी में दिया और जब मैं आपसे हिंदी में सवाल किया तो आपने उसका उत्तर अंग्रेजी में दिया यह क्या पहेली है स्वामी जी स्वामी जी मुस्कुराए और उन्होंने कहा जब आपने मुझे अपनी मातृभाषा में सवाल किया तो मैं अपनी मातृभाषा का प्रयोग करते हुए हिंदी में जवाब दिया आपने फिर मेरी मातृभाषा का सम्मान करते हुए हिंदी में पूछा तो मैं आपकी मातृभाषा का सम्मान करते हुए आप की मातृभाषा में जवाब दिया।
अंत में मैं यही कहना चाहता हूं भारत की शान है हिंदी हिंदुस्तानियों के पहचान है हिंदी
आज के आधुनिक युग में अंग्रेजी भाषा भी सीखनी चाहिए यह जरूरी है लेकिन हमें मातृभाषा हिंदी को कभी नहीं भूलना चाहिए और सदैव इसका प्रयोग भी हर जगह किया जाना चाहिए।
हर कण में बसी है हिंदी,
मेरा मान है हिंदी,मेरी शान है हिंदी।

वसीकुल शेख के परिवार के भरण पोषण के लिए इंसानियत फाउंडेशन के माध्यम से करें मदद

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जागता झारखंड ब्यूरो।
पाकुड़ : टोटो चालक वसीकूल शेख की हत्या हो जाने के बाद उसके परिवार को संभालने वाला कोई भी नहीं है, उसका 55 वर्षीय पिताजी शारीरिक रूप से कमजोर है इसके कारण कोई कामकाज भी नहीं कर सकते, फिलहाल वसीकुल के परिवार की आर्थिक अवस्था बहुत ही दयनीय है, खाने-पीने के लाले पड़े हुए हैं, वसीकुल के परिवार में फिलहाल उसके बूढ़े माता-पिता सहित एक छोटा भाई तथा दो छोटी बहन है, वसीकुल की हत्या के बाद इन लोगों का भरण पोषण के लिए कोई विकल्प नहीं है। इस वक्त सभी समाजसेवी तथा जिला प्रशासन को आर्थिक रूप से सहयोग करने की जरूरत है। वसीकुल के माता-पिता ने जिला प्रशासन तथा पाकुड़ जिला के समाजसेवियों से अनुरोध भी किया है कि इस वक्त हमारे पास खाने पीने के लिए कुछ भी जुगाड़ नहीं है इसलिए सभी समाजसेवी तथा जिला प्रशासन हमारे पास खड़े होकर सहयोग दें। इसलिए इंसानियत फाउंडेशन की तरफ से इस परिवार की सहायता के लिए एक छोटा सा कदम उठाया गया है आप सभी का सहयोग अपेक्षित है आप सभी के माध्यम से जो भी सहायता हो पाती है ₹100 ₹200 ₹300 ₹500 हजार रुपए कृपया बनीज शेख मोबाइल नंबर तथा फोन पे नंबर8674860360 पर अपनी सहायता भेज कर पुन्य का भागीदार बने।

जिला परिवहन पदाधिकारी ने किया पाकुड़ जिला ऑटो-ई-रिक्शा ओनर्स एसोसिएशन के साथ बैठक

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जागता झारखण्ड ब्यूरो।
पाकुड़ : उपायुक्त पाकुड़ मृत्युंजय कुमार बरनवाल के निर्देशानुसार जिला परिवहन पदाधिकारी पाकुड़ संजय पीएम कुजूर ने पाकुड़ जिला ऑटो ई रिक्शा ओनर्स एसोसिएशन के सदस्यों के साथ बैठक जिला परिवहन कार्यालय में किया। बैठक सड़क सुरक्षा प्रबंधक रितेश कुमार सिंह,एसोसिएशन के अध्यक्ष हिसाबी राय,सचिव अनिकेत गोस्वामी,सह सचिव सुशील शाह, कोषाध्यक्ष मोनी कुमार सिंह, सदस्य समिति के सदस्य शब्बीर हुसैन,सादेकुल आलम,सूरज
राय,राजु सरदार,अजय रवानी व अन्य मौजूद थे।बैठक में एसोसिएशन के अध्यक्ष हिसाबी राय ने शहर में बंगाल से आ रही टोटो ई रिक्शा पर चिंता जताई, यह गाड़ियां बिना निबंध के और अन्य मानकों को पूरा किए बगैर ही सड़क पर धरल्ले से दौड़ रही है।इसके चालक 8 से 16 साल के बच्चे और 60 से 70 साल के बुजुर्ग भी सड़क पर इन टोटो गाड़ियों को दौड़ा रहे हैं।इन गाड़ियों की संख्या लगभग पांच सौ है,जो पड़ोसी राज्य बंगाल से पाकुड़ नगर में रोज गाड़ियों को लेकर प्रवेश कर रहे हैं रेलवे फाटक के पूर्वी व पश्चिमी दोनों और लंबी कतार लगाकर सड़क को जाम करना जाम को हटाने की बात कहने वाले नागरिकों के साथ झगड़ा करना यह अब शहर में आम बात हो गई है। जिला जिला परिवहन पदाधिकारी पाकुड़ श्री कुजूर ने एसोसिएशन से ई रिक्शा के निबंध करवाने साथ ही चालकों को लाइसेंस बनवाने को लेकर पहल करने की बात कही साथ ही उन्होंने यह आश्वासन भी दिया कि एसोसिएशन के माध्यम से आने वाले ई-रिक्शा के निबंध या चालकों के लाइसेंस को 1 से 2 दिनों के भीतर ही बना दिया जाएगा।जिससे ई-रिक्शा ऑनर्स व चालकों को परेशानी का सामना न करना पड़े,जिससे संगठन के सदस्य ने परिवहन पदाधिकारी का धन्यवाद किया साथ ही एक कैंप के माध्यम से ऑटो ई रिक्शा चालकों को जागरुक कर निबंध अधिक से अधिक हो इसकी बात कही,निबंधन के लिए आज पाकुड़ रेलवे स्टेशन परिसर स्थित ऑटो स्टैंड में कैंप लगाया जाएगा। जिससे ई रिक्शा चालकों को निबंध के लिए परेशान ना होना पड़े।

संगठन मजबूती को लेकर कांग्रेस पार्टी का हुआ कार्यक्रम, मंत्री आलमगीर आलम ने लिया भाग

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कार्यकर्ताओं के बिना संगठन कभी भी मजबूत नहीं बन सकता: मंत्री आलमगीर आलम

केंद्र सरकार ने पीएम आवास नहीं दिया तो झारखंड सरकार ने लांच किया अबुआ आवास

यासिर अराफ़ात जागता झारखंड ब्यूरो पाकुड़ : सदर प्रखंड के लडडू बाबू आम बागान में कांग्रेस पार्टी का संगठन मजबूती को लेकर एक अहम कार्यक्रम हुआ, उक्त कार्यक्रम में सुबे के ग्रामीण विकास विभाग मंत्री आलमगीर आलम तथा कांग्रेस पार्टी के कई दिग्गज नेताओं के साथ-साथ कार्यकर्ताओं ने भाग लिया, साथ ही मंत्री आलमगीर आलम के सुपुत्र तनवीर आलम ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया। मंत्री आलमगीर आलम ने अपने भाषण के क्रम में कहा कि अभी चुनाव का समय नहीं है परंतु हमेशा बूथ लेवल पर संगठन को मजबूत रखना हर एक कार्यकर्ता की जिम्मेदारी है। कांग्रेस पार्टी हमेशा जमीन से जुड़ी हुई पार्टी है इसलिए चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं को चुनाव के लिए हमेशा तैयार होकर रहना पड़ेगा। कांग्रेस पार्टी के विचारों को आम जनों तक पहुंचाने का कार्यकर्ता काम करें, चौक चौराहा हो चाय दुकानों पर कांग्रेस पार्टी के विचारों को तथा कांग्रेस पार्टी की उपलब्धि और झारखंड सरकार की उपलब्धियां को आम जनमानस तक पहुंचाने का कार्यकर्ता काम करें। मंत्री आलमगीर आलम ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए हम केंद्र सरकार से मिले झारखंड के लिए हमने 800 प्रधानमंत्री आवास मांगा परंतु केंद्र सरकार ने साफ मना कर दिया और नहीं दिया गया, इसी कारण से हमारे गठबंधन सरकार ने अबुआ आवास योजना आने वाले दिनों में लॉन्च करने जा रही है। यह हमारे गठबंधन सरकार की बहुत बड़ी उपलब्धि है कि केंद्र सरकार से पीएम आवास नहीं मिलने के बावजूद राज्य सरकार जनमानस को आवास देने का काम करेगी।आगे उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि मैं कहीं पर भी रहूं चाहे मैं दिल्ली में रहूं या रांची में रहूं या पाकुड़ में रहूं या हैदराबाद में रहूं हमेशा मेरे दिल में पाकुड़ विधानसभा बसता है। मेरे दिलों दिमाग में हमेशा पाकुड़ विधानसभा के लोगों के लिए कुछ करने की रुचि जागती है। इसीलिए मेरे घर का दरवाजा हमेशा के लिए सभी लोगों के लिए खुला हुआ है सभी लोग मेरे घर पर आते हैं हमसे मुलाकात करते हैं अपनी समस्याओं को हमारे सामने रखते हैं हमसे 2 मिनट 4 मिनट के लिए बात करते हैं। यह हमारी बरसों पुरानी परंपरा रही है कि हम सबसे मिलते हैं और बात रखते हैं सब की समस्याओं को सुनते हैं और जहां तक हो सके हम प्रयास करते हैं कि उनकी समस्याओं को दूर किया जा सके।हम कभी भी किसी से भेदभाव नहीं रखते सभी जाति धर्म के लोगों को लेकर ही चलना कांग्रेस पार्टी की विचारधारा है।वही भाषण समाप्ति के बाद पत्रकारों ने जब उनसे कई सवाल पूछे तो उन्होंने सारे पत्रकारों के संजीदगी के साथ जवाब दिया। जागता झारखंड ब्यूरो ने जब मंत्री आलमगीर आलम से पूछा कि मनरेगा के मजदूरों को उनकी मजदूरी राशि सरकार के द्वारा नहीं मिल रही है तो इस विषय में आपका क्या कहना है इसके जवाब में मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि राज्य सरकार 40% भुगतान करती है तथा केंद्र सरकार 60% भुगतान करती है हमारे राज्य सरकार 40% राशि मजदूरों को भुगतान कर देते हैं परंतु केंद्र सरकार मनरेगा के मजदूरों के साथ बेईमानी तथा छल कपट करते हैं। आगे उनसे सवाल पूछा गया कि वन इलेक्शन वन नेशन के बारे में आपका क्या स्टैंड है तो उन्होंने जवाब में बताया कि यह संभव ही नहीं है,यह सिर्फ भाजपा की बौखलाहट है, पूरे हिंदुस्तान में सारे चुनाव एक साथ होना असंभव है, बीजेपी इंडिया गठबंधन को देखकर बौखला गई है और डरी हुई है जिसके चलते यह सब स्टैंड अपना रही है।

इंसानियत फाउंडेशन के सदस्यों ने सुखा राशन सह नक़द देकर की सहायता

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जागता झारखण्ड ब्यूरो।
पाकुड़ : पृथ्वीनगर पंचायत के असिकुल शेख पिता जयनल आबेदिन की हत्या कुछ अपराधिओं द्वारा कर दी गयी।टोटो चालक असिकुल के परिवार मे कोई कमाने वाला नहीं है पिता भी बीमारी से परेशान है, अब उसके आर्थिक हालात काफ़ी दयनीय हो गया है | पुलिस प्रशासन अपराधिओं की खोज मे लगे है, परिवार की हालत क़ो देखते हुए पाकुड़ की इंसानियत फाउंडेशन के सदस्यों ने कुछ राशि इक्क्ठा कर सुखा राशन मे, चावल, आटा, चीनी, मुड़ी, डाल, आलू, घर की आदि जरूरत वाला समान के साथ एक हजार रु उनके पिता क़ो सौंप दिया | समूह के अध्यक्ष बानिज शेख तमाम समाजसेवी, मंत्री, संसद मुखिया प्रतिनिधि सभी से आवेदन किया की इस लाचार पीड़ित परिवार क़ो जो हो सके अपने स्तर से मदद जरूर करें | मौक़े पर अध्यक्ष बानिज शेख, उप अध्यक्ष सानाउल आंसरी, सलाहकार केबलू साहा, मोसराफ शेख, ग्रामीण आदि मौजूद रहे|