उत्तर प्रदेश। ब्राह्मण शक्ति संघ के केंद्रीय अध्यक्ष डाँ पवन पाण्डेय एवं केंद्रीय महासचिव श्री अशोक पाण्डेय ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में गरीब ब्राह्मण परिवार के उपर बुल्डोजर का कहर, मां बेटी जिंदा जली । इससे ब्राह्मण समाज आहत हैं। घटना जिले के रूरा थाना क्षेत्र के “मड़ौली गांव” की है। यहां रहने वाले कृष्ण गोपाल दीक्षित के यहां तहसील प्रशासन की टीम अतिक्रमण हटाने गई थी. इसी दौरान परिजनों से नोकझोंक हो गई. आरोप है कि झोपड़ी में कृष्ण गोपाल की पत्नी और बेटी थी तभी उस झोपड़ी पर तहसील प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलवा दिया गया. जैसे ही बुलडोजर झोपड़ी पर चला, उसमें आग लग गई. इससे कृष्ण गोपाल की पत्नी प्रमिला दीक्षित और उनकी 23 साल की बेटी जिंदा जल गई ।
आग को बुझाने में कृष्ण गोपाल बुरी तरह से झुलस गए और बेटा शिवम भी मामूली जल गया। घटना की जानकारी पर ग्रामीण आक्रोशित हो उठे और टीम को मौके से खदेड़ दिया इस दौरान ग्रामीणों ने लेखपाल की गाड़ी भी पलट दी गांव में तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल के साथ पीएसी की भी तैनाती कर दी गई ।बताया जा रहा है कि क्षेत्र के SDM, लेखापाल, CO समेत अन्य की भुमिका संदिग्ध मानी जा रही है, उनके आदेशों पर ही हड़बड़ी में यह कार्यवाई की गयी है, इस घटना के बाद बुल्डोजर ड्राइवर समेत 4 पदाधिकारियों पर FIR दर्ज कर कार्यवाई की जा रही है, ग्रामीण गुस्से में हैं गांव को प्रशासन नें छावनी मे तब्दील कर दिया गया है ।इस घटना में SDM ज्ञानेश्वर प्रसाद की भुमिका भी संदेहास्पद है इनके नेतृत्व में ही अतिक्रमण हटाओं अभियान चल रहा था।जिन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उसके साथ 24 लोगों के उपर FiR दर्ज की गयी, लेखापाल अशोक सिंह को भी सरकार नें निलंबित कर दिया ।प्रत्यक्षदर्शियों नें बताया कि जैसे ही अतिक्रमण हटानें की कार्यवाई हो रही थी घर में आग लग गया फिर भी प्रशासन के आदेश पर घर को ढ़ाह दिया गया इसी क्रम में गरीब ब्राह्मण परिवार की मां बेटी जिंदा जलकर मर गयी, और उसी परिवार के बाप बेटे भी जलकर गंभीर रूप से घायल हो गयें ।घटना देखकर लगता है कि यह भी ब्राह्मण के खिलाफ साजिश का हिस्सा है, ब्राह्मणों के साथ इस प्रकार की घटना आम हो चली है। उत्तर प्रदेश सरकार को गरीब ब्राह्मण परिवार के बचे हुए लोगों के लिए पहल करनी चाहिए और भविष्य में किसी भी गरीब ब्राह्मण परिवार के साथ ऐसी निर्मम घटना ना घटीत हो इसके लिए संकल्पित होने की आवश्यकता है। क्योंकि यह घटना ब्राह्मण के साथ ना होकर किसी भी अन्य जाती के लोगों के साथ हुई होती तो आज देश में पक्ष विपक्ष के साथ साथ सारे समाजसेवी संगठन महिला आयोग समेत कई सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा घटना को लेकर आंदोलन शुरू हो गया होता लेकिन यह घटना एक गरीब ब्राह्मण परिवार की है इसलिए कोई कुछ नहीं बोलेंगे सभी खामोश हैं। भवदीय डाँ पवन पाण्डेय केंद्रीय अध्यक्ष ब्राह्मण शक्ति संघ
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