पालकोट प्रखंड के सुदूरवर्ती इलाके में पहुंची उपायुक्त के साथ जिला प्रशासन की टीम

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शहजाद अनवर गुमला


*बिलिंगीबिरा पंचायत के भौंरा टोली एवं पीढ़ाचट्टान टोली में लगाया गया जनता दरबार, उपायुक्त ने सुनी ग्रामीणों की बात*

*उपायुक्त ने किया पैदल ही पूरे गांव का भ्रमण , गांव की समस्याओं का मूल्यांकन करते हुए आवश्यक कार्यवाही करने हेतु सबंधित पदाधिकारियों को दिया निर्देश*

*उपायुक्त ने ग्रामीणों को हड़िया छोड़ने की दी सलाह, कहा हड़िया एवं नशीले पदार्थों का सेवन बीमारी एवं अनैतिक समाज का करता है निर्माण*

गुमला: पालकोट प्रखंड के बिलिंगबिरा पंचायत अंतर्गत भौंरा टोली एवं पीढ़ाचट्टान टोली जैसे सुदूरवर्ती नक्सलप्रभावी इलाके का उपायुक्त सुशांत गौरव ने भ्रमण किया। इस दौरान उप विकास आयुक्त, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, जिला गव्य विकास पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी सहित अन्य वरीय पदाधिकारी एवं कर्मी मौजूद रहे।

इस दौरान उपायुक्त द्वारा भौंरा टोली एवं पीढ़ाचट्टान टोली में जनता दरबार का आयोजन किया गया । जहां उपायुक्त ने सभी ग्रामीणों की समस्या सुनी एवं उपस्थित संबंधित पदाधिकारियों को समस्याओं के निवारण हेतु आवश्यक निर्देश दिया ।

*उपायुक्त सहित सभी उपस्थित पदाधिकारियों ने ग्रामीणों को सरकार की विभिन्न योजनाओं से करवाया अवगत*

इस दौरान आयोजित जनता दरबार में उपायुक्त ने सभी ग्रामीणों को सरकार के विभिन्न कल्याण कारी योजनाओं की जानकारी दी साथ ही विभिन्न विभागों अंतर्गत किए जाने वाले कार्यों से अवगत करवाया । उपायुक्त ने मुख्य रूप से ग्रामीणों को साल में कमसे कम 2 बार खेती करने पर विशेष बल दिया। उन्होंने बताया कि ऐसे बहुत सी खेती है जिसमें कम पानी एवं खाद की आवश्यकता पड़ती है उदाहरण के तौर पर रागी की खेती से किसानों को अवगत करवाया साथ ही उन्होंने रागी से मिलने वाले पोषण तत्वों से किस प्रकार से पूरे गांव को कुपोषण से बचाया जा सकता है उस विषय में भी जानकारी दी।

इस दौरान उपायुक्त ने हड़िया दारू छोड़ने हेतु लोगों को जागरूक किया उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाएं विकास के लिए दी जाती है, ग्रामीण जब तक हड़िया दारू नहीं छोड़ेंगे तब तक गांव का विकास असंभव है। हड़िया दारू से बचने वाले पैसों को शिक्षा एवं पौष्टिक आहार में लगाते हुए बच्चों एवं स्वयं को तंदुरुस्त बनाने को कहा। उन्होंने गांव में अधिक उत्पादित होने वाले उत्पादों को ही आपस में समन्वय स्थापित करते हुए उसकी बिक्री को बढ़ाने को बात कही। उन्होंने कहा कि गांव में उत्पादित वस्तुओं को ही यदि प्रोसेसिंग और पैकेजिंग कर दिया जाए तो शहरों में वही वास्तु दुगने दाम पर बिकेगा। इसके अलावा उपायुक्त ने सभी बच्चों का समय पर टीकाकरण करवाने , बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय भेजने , साग एवं सब्जी का अधिक से अधिक सेवन करने हेतु ग्रामीणों को प्रेरित किया।

मौके पर उपस्थित जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने ग्रामीणों को पौष्टिक आहार के विषय में जानकारी दी, उन्होंने गांव में ही मूंगे के साग , लाल साग आदि का नियमित सेवन करने साथ ही खाना बनाने एवं खाने से पहले हाथ धोने की विशेषता समझाई ।

वहीं जिला कृषि पदाधिकारी ने कम से कम पानी में भी किया प्रकार की खेती की जा सकती है उससे लोगों को जागरूक किया। उन्होंने पहाड़ से आने वाले पानी को रोकने का भी तरीका बताया साथ ही सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से भी अवगत करवाया। इसके अलावा अन्य पदाधिकारियों ने भी अपने अपने विभाग अंतर्गत होने वाले कार्यों एवं योजनाओं की जानकारी दी।

*ग्रामीणों ने गांव के समस्याओं के निवारण हेतु सौंपा आवेदन*

उपायुक्त एवं पूरे जिला प्रशासन कीमत टीम को देख कर दोनो ही गांव के ग्रामीणों की खुशी का ठिकाना न रहा , उन्होंने कहा कि पहली बार गांव में उपायुक्त हमारे बीच हमारी समस्या को सुनने आएं है जिसके लिए सभी ग्राम वासियों ने उपायुक्त को सह हृदय धन्यवाद किया।ग्रामीणों ने उपायुक्त के समक्ष कई समस्याओं को रखा जिसमें से आंगन वादी केंद्र निर्माण , सड़क निर्माण , स्कूल की व्यवस्था में सुधार , पानी की समस्या , डीप बोरिंग एवं तालाब निर्माण जैसी मांग की । जिसपर उपायुक्त ने एक एक कर सभी आवश्यकताओं को नोट करते हुए जल्द ही पूरा करने की बात कही। उन्होंने ग्रामीणों द्वारा दिए गए सभी प्रस्तावनाओं को स्वीकार करते हुए जल्द ही इस पर कार्य योजना बना कर कार्य करने का आश्वासन गांव वालो को दिया ।

*उपायुक्त ने पूरे गांव का किया पैदल भ्रमण*

उपायुक्त ने पूरे गांव का पैदल भ्रमण करते हुए वहां की समस्याओं से अवगत हुए । भ्रमण के दौरान पानी की समस्या एवं सड़क की समस्या देखने को मिला जिसे ठीक करने हेतु उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारी को प्रस्ताव बनाने का निर्देश दिया। इस दौरान आंगनवाड़ी केंद्र एवं विद्यालय के बच्चों से भी उपायुक्त ने मुलाकात की। उन्होंने बच्चों से बात की एवं उन्हें मिलने वाली सुविधाओं से अवगत हुए।उपायुक्त ने दोनो ही टोलो के विद्यालय में फाउंडेशन लर्निंग एंड न्यूमेरिक की शुरुआत करने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने बच्चों के खाने में मूंगे के पत्ते को नियमित रूप से शामिल करने की बात कही।

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