Search
Close this search box.

रमजान के तीसरे जुमे पर मस्जिदों में उमड़ा अकीदत का सैलाब

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

मुजफ्फर हुसैन, जागता झारखण्ड, ब्यूरो रांची: राँची जिले में माह-ए-रमज़ान के तीसरे जुमे की नमाज़ अकीदत और एहतराम के साथ अदा की गई। शहरी और ग्रामीण इलाकों की सभी मस्जिदों में भारी संख्या में नमाजियों ने शिरकत की और मुल्क व कौम की तरक्की, अमन और सलामती के लिए दुआएँ माँगी। शुक्रवार को रमजान का 20वां रोज़ा और तीसरा जुमा होने की वजह से सुबह से ही मस्जिदों में इबादत का खास माहौल देखने को मिला। जुमे की नमाज़ अदा करने के लिए लोग समय से पहले ही मस्जिदों में पहुँचने लगे थे। रांची जिले की सभी मस्जिदों में भी तीसरे जुमे की नमाज पूरी अकीदत और श्रद्धा के साथ अदा की गई। इनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:

रांची शहर की मस्जिदें

:इकरा मस्जिद, जामा मस्जिद, चांदनी मस्जिद, अहले हदीस मस्जिद, रंगसाज मस्जिद, डॉ. फतेउल्लाह मस्जिद, बरियातु मस्जिद, जामा मस्जिद पतरा टोली

कांके क्षेत्र की मस्जिदें

:जामा मस्जिद पतरा टोली, कांके,मस्जिद-ए-मसूद मिल्लत कॉलोनी, मस्जिद-ए-आईशा हुसीर, होचर मस्जिद, सतकनांदू मस्जिद, बड़ी मस्जिद कोल्हेया कनांदू, जामा मस्जिद इस्लामपुर कोकदोरो, पिठोरिया मस्जिद, जामा मस्जिद केदल, फुरहुरा टोला मस्जिद, सिरत नगर नेवरी मस्जिद, चुटू मस्जिद, मेसरा मस्जिद, ओयना मस्जिद, चंदवे मस्जिद, ढिपा टोली (सैनिक कॉलोनी) मस्जिद, खिजुर टोला मस्जिद, बड़गाईं मस्जिद

ओरमांझी और आसपास की मस्जिदें :

:इरबा जामा मस्जिद, बेलाल मस्जिद, मस्जिद ए हेरा, मस्जिद ए उमर फारुख तस्मीया कॉलोनी, कुटे मस्जिद, डहु मस्जिद, बरवे मस्जिद, डहुटोला मंदरो मस्जिद, कामता मस्जिद

इन तमाम मस्जिदों में नमाजियों का भारी हुजूम उमड़ा और रमजान की बरकतों से माहौल रूहानी बन गया।जुमे की नमाज से पहले, विभिन्न मस्जिदों में उलमा और इमामों ने तकरीर करते हुए रमजान के मुकद्दस महीने की फजीलत पर रोशनी डाली।उन्होंने शबे कद्र, एतेकाफ, फित्रा और जकात की अहमियत बयान करते हुए मुसलमानों को गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने की ताकीद की। इसके अलावा, इमामों ने रमजान के तीसरे अशरे (दस दिनों) की फजीलत और एतेकाफ के महत्व पर भी खास तकरीर की। उन्होंने कहा कि रमज़ान सिर्फ भूखा-प्यासा रहने का महीना नहीं, बल्कि इबादत, तौबा और इंसानियत की खिदमत का भी वक्त है।

अलविदा जुमा और ईद की तैयारियाँ जोरों पर

अब, अगले हफ्ते होने वाले अलविदा जुमे की तैयारियाँ शुरू हो गई हैं। इस मौके पर मस्जिदों में विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं और नमाजियों में खास जोश और उत्साह देखा जा रहा है।इसके साथ ही, ईद-उल-फित्र की तैयारियों के लिए बाजारों में खासी रौनक देखने को मिल रही है। लोग नए कपड़ों, सेवइयों, खजूर और ईद की दूसरी ज़रूरतों की खरीदारी में व्यस्त हैं।

रमजान का पैगाम: इबादत और इंसानियत की सेवा

माह-ए-रमजान की बरकतों और पाकीजगी से भरपूर यह दिन इबादत, तौबा और इंसानियत की सेवा के लिए समर्पित रहा। इस मुबारक महीने में मुसलमानों को चाहिए कि वे अपने अच्छे आमाल को रमज़ान के बाद भी जारी रखें, ताकि अल्लाह की रहमत और बरकतें जिंदगी भर बनी रहें।

Jagta Jharkhand
Author: Jagta Jharkhand

Leave a Comment

और पढ़ें