जागता झारखंड संवाददाता सैयद रियाज अहमद भागलपुर बिहार* भागलपुर तिलकामांझी विश्वविद्यालय हमेशा सुर्खियों में रहता है। यहां से कभी धमकी भरी वॉयस तो कभी शिक्षक द्वारा छात्रा से गिफ्ट मांग कर मार्क्स देना का का वॉइस वायरल होता है। लेकिन अब नया मामला सामने आया है जो जो पैसे लेकर फर्जी अंक प्रमाण पत्र बनाकर देने का है। दरअसल, पूरा मामला डीएनएस भूसीया राजौर का है। जहां पार्ट वन की छात्रा से 4 हजार लेकर संजय कुमार जो परीक्षा विभाग के सहायक कर्मचारी थे। हालांकि मीडिया में खबर आने बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने कर्मचारी को स्थानांतरित कर दिया है और मामले की जांच के लिए टीम भी गठित किया है। तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति पीड़ित छात्रा और मीडिया की रिपोर्ट देख एक्शन में आ गए , दअरसल शुक्रवार की दोपहर में कुलपति प्रोफेसर जवाहरलाल और रजिस्टार रामाशीष पूर्व ने मिलकर परीक्षा विभाग की पूरी जांच किया सभी कर्मचारियों का फोन लेकर व्हाट्सएप को खंगाला जिसमें की कुल 16 कर्मचारी दोषी पाए गए हैं उन 16 कर्मचारी की फोन जब्त कर ली है।। पुलिस को मोबाइल सौंपने की बात कहीं है। वहीं परीक्षा विभाग में खामियां देखकर परीक्षा नियंत्रक को फटकार भी लगाए।कुलपति प्रोफेसर जवाहरलाल ने बताया कि यहां पर कंप्यूटर के जरिए कोई भी गड़बड़ी नहीं होता है बल्कि मोबाइल के जरिए कर्मचारी घपलाबाजी करते हैं, जिन्होंने ऐसा किया है पकड़े जाएंगे उसे निलंबित किया जाएगा साथी उन्होंने कहा कि जो भी छात्र-छात्राएं को कुछ भी समस्या हो वह किसी दलाल के चक्कर में ना पड़े बल्कि रजिस्टार या फिर कुलपति से मिले
